बिहार में चुनावी बिगुल बज चुका है. नेता अपने-अपने तरीके से वोटरों को लुभाने की कोशिश कर रहे हैं. सभी की तरह जदयू के कार्यकारी अध्यक्ष अशोक चौधरी ने नीतीश सरकार की तारीफ करते हुए कई बड़ी बातें बोलीं. वहीं पुष्पम प्रिया का राजनीति में स्वागत कर उन पर कटाक्ष करते नजर आए.
जदयू के कार्यकारी अध्यक्ष अशोक चौधरी दरभंगा में संवाददाता सम्मेलन में पहुचे थे. यहां उन्होंने खुद को मुख्यमंत्री उम्मीदवार बताने वाली प्लुरल्स पार्टी की पुष्पम प्रिया का राजनीति में स्वागत करते हुए शुभकामनाएं दीं. उन्होंने कहा कि पढ़े-लिखे लोगों को राजनीति में आना और पार्टी बनाना अच्छी बात है, लेकिन सिर्फ किताबी ज्ञान से काम नहीं चलता. राजनीत में आने से पहले उसे समझना और अनुभव प्राप्त कर परिपक्व होने के बाद ही कुछ संभव है. उन्होंने कहा कि चुनाव में पुष्पम प्रिया दूर-दूर तक उनके करीब नहीं हैं.
राजनीति में किताबी ज्ञान से काम नहीं चलता
नीतीश सरकार की जमकर तारीफ करते हुए उन्होंने कहा कि जदयू के लिए बिहार को विशेष राज्य का दर्जा और विशेष पैकेज की मांग अब भी मुद्दा है और आगे भी रहेगा. हालांकि उन्होंने इसकी भरपाई करने की बात कबूल करते हुए कहा कि केंद्र सरकार अलग-अलग तरीके से बिहार के विकास के लिए योजनाएं चला रही है, पैसे दे रही है और बिहार में विकास दिख भी रहा है.
अशोक चौधरी ने एनडीए गठबंधन में एलजेपी के मनमुटाव पर स्थिति स्पष्ट करते हुए कहा कि जब तक चिराग पासवान का कोई आधिकारिक बयान नहीं आता तब तक कोई टिप्पणी करना उचित नहीं. उन्होंने एनडीए के साथ एलजेपी का गठबंधन बताते हुए चुनाव लड़ने की बात कही.
तेजस्वी यादव पर साधा निशाना
अशोक चौधरी ने कहा कि लालू प्रसाद के नेतृत्व में कांग्रेस का कोई भविष्य नहीं है. साथ ही उन्होंने तेजस्वी यादव पर निशाना साधते हुए कहा की चरवाहा विद्यालय खोल लोगों को बेरोजगार बनाने वाले नेता आजकल बेरोजगारी पोर्टल खोले हुए हैं. लोगों को नौकरी दिलाने की बात कह रहे हैं. उन्होंने कहा कि तेजस्वी को इस पोर्टल पर यह बताना चाहिए कि 26 साल में इतनी संपत्ति कैसे लाए. ताकि इस पोर्टल से जुड़ने वाले लोग इनके बताए तरीके से धन अर्जित कर सके. इन्हें पोर्टल पर बेरोजगार लोगों को पैसे कमाने के तरीके बताने चाहिए. जिस तरीके से खुद पैसे अर्जित किए है.
नीतीश के 15 साल में कई शैक्षणिक संस्थाएं खोली गईं
अशोक चौधरी ने राजद पर आरोप लगाते हुए कहा कि जिन्होंने अपने शासन काल मे 118 नरसंहार किया, भूरा बाल साफ करने की बात कहकर अगरे पिछड़ों को लड़ाया, चरवाहा विद्यालय खुलवाकर अनपढ़ बनाया. वे रोजगार की बात कर रहे हैं. यह उनके मुंह से शोभा नहीं देता है. नीतीश के 15 साल में कई शैक्षणिक संस्थाएं खोली गई हैं. बिहार विकास की राह पर चला है बिहार की आर्थिक स्थिति अच्छी हुई है. बिहार के लोग नीतीश सरकार को बहुमत से जिता कर फिर सरकार बनाने जा रहे हैं.