
बिहार विधानसभा चुनाव में जैसे-जैसे उम्मीदवारों के नामों की घोषणा हो रही है. वैसे-वैसे बागी नेताओं की फौज बढ़ती जा रही है. जिस दल के भरोसे नेता अपनी राजनीतिक रोटी सेंकते थे, आज उसी दल के खिलाफ चुनाव लड़ने में लग गए हैं. ताजा मामला मोतिहारी के पिपरा विधानसभा का है. जहां जेडीयू के कद्दावर नेता ने टिकट न मिलने से नाराज होकर निर्दलीय चुनाव लड़ने की घोषणा कर दी.
दरअसल, अवधेश कुशवाहा जिले के जेडीयू के एक कद्दावर नेता माने जाते है और नीतीश के काफी करीब भी रहे हैं. भाजपा और जेडीयू के गठबंधन के कारण वर्तमान में इस सीट पर भाजपा के विधायक श्यामबाबू यादव निर्वाचित है जिसके कारण अवधेश कुशवाहा को इस बार भी टिकट नहीं मिला.
बता दें कि पिछले चुनाव के ठीक पहले अवधेश कुशवाहा का नोटकांड का वीडियो काफी वायरल हुआ था. जिसके कारण उनका टिकट कट गया था और ये सीट भाजपा के खाते में चली गई थी. भाजपा ने वहां जीत हासिल कर अपनी एक नई जमीन तैयार कर ली. भाजपा इस बार वहां सीटिंग है.
इस कारण लाख प्रयास के बाद भी नीतीश कुमार उन्हें टिकट नहीं दे पाए. इन्ही कारणों से अवधेश कुशवाहा ने निर्दलीय चुनाव लड़ने की घोषणा की और वे अपने बेटे को भी पिपरा सीट से चुनाव लड़वाएंगे. हालांकि, उन्होंने कहा है कि अगर वे चुनाव जीतते हैं तो सीएम नीतीश का ही समर्थन करेंगे.
कुल मिलाकर ये कहा जाय कि जिले के इस सीट पर भाजपा और जेडीयू का सीधा मुकाबला होगा. यहां पूरे बिहार में अब तक की ऐसी लड़ाई होगी जिसमें भाजपा और जेडीयू आमने-सामने होगी. अब देखना दिलचस्प होगा कि इस सीट से जेडीयू अपनी सीट फिर से हथियाने में कामयाब होती है या भाजपा अपनी सीट बचाने में.
(इनपुट-सचिन पांडेय)
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