बीजेपी ने बिहार विधानसभा चुनाव के लिए अपना विजन डॉक्यूमेंट आज जारी किया. इस मौके पर बीजेपी के विजन डॉक्यूमेंट से जुड़ी प्रमुख बातें वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने मीडिया के समक्ष रखीं. इस विजन डॉक्यूमेंट में बीजेपी ने वादा किया है कि बिहारवासियों को फ्री में कोरोना का टीका लगाया जाएगा. बीजेपी के इस वादे पर कई विपक्षी दलों ने निशाना साधा.
बीजेपी के इस वादे पर मचे घमासान के बीच बीजेपी के बिहार प्रभारी और पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव भूपेंद्र यादव ने अपनी पार्टी का पक्ष रखा. बीजेपी सांसद भूपेंद्र यादव ने स्पष्ट किया कि वैक्सीन पर केंद्र सरकार कोई न्यूनतम मूल्य तय करती है तो हमने बिहार के लिए सिर्फ यह कहा है कि अगर बिहार में सरकार बनती है तो हम उसे राज्य में मुफ्त में सभी लोगों को दिलवाएंगे.
विपक्षी दलों पर पलटवार करते हुए बीजेपी नेता ने कहा कि पब्लिक हेल्थ पर सभी सरकारों को गंभीर होना चाहिए और हमने अगर बिहार को लेकर कुछ घोषणा की है तो कुछ लोगों को आपत्ति क्या है. वैक्सीन ट्रायल तीसरे स्टेज में है और दुनिया भर में इस पर काम चल रहा है. सकारात्मक मुद्दों को घोषणा पत्र में रखने में किसी को क्या आपत्ति हो सकती है.
बीजेपी के वादे पर कई लोग उठा रहे हैं सवाल
वायनाड के सांसद राहुल गांधी ने ट्वीट किया, "भारत सरकार ने कोविड वैक्सीन वितरण की घोषणा कर दी है. ये जानने के लिए कि वैक्सीन और झूठे वादे आपको कब मिलेंगे, कृपया अपने राज्य के चुनाव की तारीख देखें."
देखें: आजतक LIVE TV
बीजेपी के इस वादे पर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री शशि थरूर ने भी तीखी टिप्पणी की. थरूर ने सुभाष चंद्र बोस के प्रसिद्ध नारे की तर्ज पर अपने ट्वीट में लिखा, "तुम मुझे वोट दो मैं तुम्हें वैक्सीन..." थरूर ने आगे लिखा, "कैसी डर पैदा करने वाली कुटिलता है! क्या इलेक्शन कमीशन इनको और इनकी बेशर्म सरकार को टोकेगा."
आरजेडी ने गुरुवार को ट्वीट करके कहा, 'कोरोना का टीका देश का है, भाजपा का नहीं! टीका का राजनीतिक इस्तेमाल दिखाता है कि इनके पास बीमारी और मौत का भय बेचने के अलावा कोई विकल्प नहीं है! बिहारी स्वाभिमानी हैं, चंद पैसों में अपने बच्चों का भविष्य नहीं बेचते!'
जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने कहा कि क्या बीजेपी पार्टी के खजाने से इन टीकों का भुगतान करेगी? यदि यह सरकारी खजाने से आ रहा है तो बिहार को मुफ्त टीके कैसे मिल सकते हैं, जबकि देश के बाकी हिस्सों में भुगतान करना पड़ेगा? यह लोकलुभावन वादा गलत है, क्योंकि कोरोना के समय यह भेदभाव करता है.