बिहार में विधानसभा चुनाव के लिए बड़ी राजनीतिक पार्टियों के साथ साथ क्षेत्रीय दल भी ताल ठोक रहे हैं. इस क्रम में असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहाद-उल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) ने बिहार चुनाव में 18 और सीटों पर उम्मीदवार उतारने का ऐलान किया है. एआईएमआईएम 32 सीटों पर चुनाव लड़ने का पहले ही ऐलान कर चुकी है.
बिहार विधानसभा चुनाव के लिए एआईएमआईएम ने अब तक 50 सीटों पर उम्मीदवार उतारने का ऐलान किया है. पटना में मंगलवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान एआईएमआईएम के प्रदेश अध्यक्ष अख्तरुल इमान ने 18 सीटों पर चुनाव लड़ने की घोषणा की.
इससे पहले 10 जून को पार्टी ने 32 सीटों पर चुनाव लड़ने की घोषणा की थी. कुल मिलाकर बिहार विधानसभा चुनाव में अब तक असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी ने 50 सीटों पर चुनाव लड़ने की घोषणा की है.
इन सीटों पर उतारे प्रत्याशी
जिन सीटों पर चुनाव लड़ने की मंगलवार को घोषणा ओवैसी की पार्टी ने कि उनमें कोचाधामन, किशनगंज, बहादुरगंज, ठाकुरगंज, कस्बा, अररिया, नरपतगंज, छातापुर, प्राणपुर, जाले, दरभंगा, सुगौली, भागलपुर, गया, पूर्णिया, धमदाहा, पीरो और मनिहारी शामिल है. अख्तरुल इमान ने प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान मौजूदा नीतीश कुमार सरकार को विकास विरोधी बताया और कहा कि असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी इस बार नीतीश सरकार को उखाड़ फेंकेगी.
इन विरोधी दलों से तालमेल को तैयार
अख्तरुल इमान ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि विधानसभा चुनाव में ऐसे किसी भी दल या गठबंधन के साथ तालमेल करने में कोई परहेज नहीं है जो एनडीए के खिलाफ है. उन्होंने इन आरोपों को भी खारिज किया कि इस बार बिहार विधानसभा चुनाव लड़ कर असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी बीजेपी को मदद पहुंचाने की कोशिश कर रही है. मौजूदा बिहार विधानसभा में ओवैसी की पार्टी के एक विधायक कमरुल होदा हैं.