बिहार विधानसभा चुनाव 2020 के प्रथम चरण में जहां करोड़पति प्रत्याशियों की लाइन लंबी है, तो वहीं ऐसे प्रत्याशी भी हैं, जिनके पास संपत्ति के नाम पर कुछ भी नहीं है. साफ शब्दों में कहा जाए, तो इन प्रत्याशियों के पास न तो बैंक बैलेंस है और ना ही चल या अचल संपत्ति. एसोसिएशन ऑफ डेमोक्रेटिक रिफॉर्म (ADR) द्वारा जारी किए गए आंकड़ों में ऐसे पांच प्रत्याशियों के नाम सामने आए हैं.
बिहार चुनाव 2020 से पहले एसोसिएशन ऑफ डेमोक्रेटिक रिफॉर्म और बिहार इलेक्शन वॉच ने प्रत्याशियों से जुड़े आंकड़े जारी किए हैं. इन आंकड़ों में एडीआर ने कुल 1066 में से 1064 प्रत्याशियों के शपथ पत्र का विश्लेषण किया है. जिसमें सबसे अमीर प्रत्याशियों के अलावा गरीब प्रत्याशियों का भी जिक्र किया गया है. खास बात ये है कि इन प्रत्याशियों के पास न तो बैंक बैलेंस के नाम पर कुछ है और ना ही चल और अचल संपत्ति.
इनके पास शून्य संपत्ति
इन पांच प्रत्याशियों की बात करें तो शरद पवार की राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के गोपाल निषाद, जो औरंगाबाद की नबी नगर विधानसभा से चुनाव मैदान में हैं. इनके पास शून्य संपत्ति है. वहीं मुंगेर के जमालपुर से निर्दलीय प्रत्याशी कपिलदेव मंडल, पटना की मोकामा विधानसभा से जागरुक जनता पार्टी के अशोक कुमार, कैमूर के चैनपुर विधानसभा से राष्ट्रीय स्वतंत्रता पार्टी के प्रभु सिंह, गया की बोधगया विधानसभा से भारतीय इंसान पार्टी के महावीर मांझी की संपत्ति भी शून्य है.
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