बिहार विधानसभा चुनाव 2020 के वोटों की गिनती जारी है. एनडीए और महागठबंधन में जबरदस्त कांटे की टक्कर देखने को मिल रही है. तस्वीर पल-पल बदल रही है. चुनाव आयोग के मुताबिक, अंतिम नतीजा आने में देर रात तक का वक्त लग सकता है. एनडीए और महागठबंधन की टक्कर के बीच चिराग पासवान की पार्टी को जोरदार झटका मिलता दिख रहा है.
दरअसल, एनडीए से अलग होकर लड़ रही लोक जनशक्ति पार्टी की कमान संभाल रहे चिराग पासवान ने नीतीश की सत्ता उखाड़ने का दावा किया था, लेकिन सबसे अधिक दावे करने वाले चिराग पासवान पूरी तरफ फ्लॉप हो गए हैं. हालत ये है कि चिराग से कम वोट पाकर भी लेफ्ट 18 सीटों पर आगे चल रही है, जबकी एलजेपी को महज एक सीट मिली है.
चुनाव आयोग के मुताबिक, रात साढ़े दस बजे तक लोक जनशक्ति पार्टी सिर्फ एक सीट जीत सकी है, जबकि लेफ्ट पार्टियां 18 सीटों पर आगे चल रही है. आंकड़ों के मुताबिक लेफ्ट पार्टियों के वोट प्रतिशत लोक जनशक्ति पार्टी से भी कम हैं. लेफ्ट महागठबंधन का हिस्सा है जो आरजेडी और कांग्रेस के साथ मिलकर लड़ रहा था.
सात बजे तक के आयोग के आंकड़ों के मुताबिक, लोक जनशक्ति पार्टी का वोट प्रतिशत जहां 5.64 है तो वहीं लेफ्ट पार्टियों का प्रतिशत 4 के आसपास है. इनमें CPI(ML)(L) को 3.17 प्रतिशत, CPI(M) को 0.56 % और CPI को 0.71 प्रतिशत मिला है.
लोक जनशक्ति पार्टी के प्रदर्शन पर चर्चा इसलिए भी है क्योंकि ,चिराग पासवान ने इस चुनाव में एनडीए से अलग होकर अलग चुनाव लड़ने का फैसला किया. लोक जनशक्ति पार्टी ने कुल 134 सीटों पर उम्मीदवार उतारे थे, लेकिन एक भी सीट हासिल करती नहीं दिख रही है. चिराग पासवान ने चुनाव में काफी बढ़चढ़कर दावे किए थे और नीतीश कुमार के खिलाफ जमकर बयानबाजी की थी.
चिराग पासवान ने यहां तक कहा था कि इस बार बीजेपी और एलजेपी की सरकार बनेगी और नीतीश कुमार जेल भेजे जाएंगे. फिलहाल अभी वोटों की गिनती जारी है और तस्वीर लगातार बदल रही है.
इसी बीच बीजेपी प्रवक्ता सुधांशु त्रिवेदी ने कहा कि अगर एलजेपी हमारे साथ होती तो हम डेढ़ सौ सीटें आसानी से जीत जाते. एलजेपी ने अलग लड़कर एनडीए को नुकसान पहुंचाया ये बात साफ हो गई है.
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