बिहार विधानसभा चुनाव मैदान में उतरीं प्लूरल्स पार्टी की प्रमुख पुष्पम प्रिया चौधरी को हार का सामना करना पड़ा है. वो बिहार की दो विधानसभा सीटों से चुनावी किस्मत आजमा रही थीं. पटना की बांकीपुर और मधुबनी की बिस्फी सीट से उतरी पुष्पम प्रिया ने स्थानीय समाचार पत्रों में विज्ञापन देकर खुद को अगला मुख्यमंत्री प्रत्याशी घोषित कर रखा था.
पुष्पम प्रिया ने ट्वीट कर कहा कि बिहार में EVM हैक हो गई है और प्लूरल्स पार्टी के वोट को बीजेपी ने अपने पक्ष में कर लिया.
EVM HACKED IN BIHAR!
— Pushpam Priya Choudhary (@pushpampc13) November 10, 2020
बिस्फी विधानसभा में 7 नवंबर को तीसरे चरण के तहत वोटिंग हुई. तीसरे चरण में 15 जिलों की 78 सीटों पर चुनाव संपन्न हुए थे. बिस्फी सीट पर कुल 54.39% फीसदी लोगों ने वोट किया है. बिस्फी सीट से बीजेपी के हरिभूषण ठाकुर ने जीत हासिल की. उनको 86298 वोट हासिल हुए. वहीं आरजेडी के फैयाज अहमद को अब तक 75829 वोट मिले हैं. इसके अलावा प्लूरल्स पार्टी की अध्यक्ष पुष्पम प्रिया भी इस सीट से उम्मीदवार थीं. हालांकि उनको केवल 1509 वोट ही मिले.
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पुष्पम प्रिया का सियासी सफर
बिहार विधानसभा चुनाव में पुष्पम प्रिया चौधरी पर प्रदेश ही नहीं बल्कि देश भर की नजर है. मूल रूप से दरभंगा की रहने वाली पुष्पम ने लंदन के मशहूर लंदन स्कूल ऑफ इकॉनमिक्स से पब्लिक एडमिनिस्ट्रेशन में मास्टर्स की डिग्री ली है. लंदन रिटर्न पुष्पम को बिहार राजनीति में अकेले चुनावी मैदान में उतरी थी. हालांकि, एक समय में उनके पिता जेडीयू में थे, लेकिन इस चुनाव में पुष्पम ने अलग ही पार्टी बनाकर मैदान में उतरीं.
पुष्पम प्रिया ने अपने पहले चुनाव में साफ सुथरी छवि वाले सामाजिक कार्यकर्ताओं, शिक्षक, डॉक्टर और अन्य पेशेवरों को टिकट देने की कोशिश की. पुष्पम ने मार्च के बाद से बांकीपुर में गांवों का दौरा कर रही हैं और स्थानीय लोगों से मिल रही थी. प्लूरल्स पार्टी की अध्यक्ष पुष्पम प्रिया चौधरी ने खुद को मुख्यमंत्री पद का प्रत्याशी घोषित किया था. ऐसे में देखना है कि उनकी राजनीति को बिहार के लोग कितना पसंद करते हैं और क्या वो विधानसभा पहुंच पाएंगी.