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बिहार: चुनावी घोषणा पत्र के लिए बीजेपी जनता से लेगी राय, टोल फ्री नंबर जारी

क्या एनडीए के सभी दलों का एक ही घोषणापत्र होगा? इस सवाल के जवाब में प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि लोगों से राय जानने के बाद, सभी सहयोगी दलों से इसपर चर्चा की जाएगी.

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बिहार बीजेपी घोषणा पत्र के लिए जनता से लेगी राय (फाइल फोटो)
बिहार बीजेपी घोषणा पत्र के लिए जनता से लेगी राय (फाइल फोटो)
स्टोरी हाइलाइट्स
  • बिहार बीजेपी ने जारी किया टोल फ्री नंबर
  • विधानसभा चुनाव से पहले लोगों से लेंगे राय
  • जनता की राय के आधार पर तैयार होगा घोषणा पत्र

बिहार बीजेपी (भारतीय जनता पार्टी) ने विधानसभा चुनाव से पहले एक टोल फ्री नंबर जारी किया है. इस टोल फ्री नंबर के जरिए लोगों से चुनावी घोषणा पत्र के लिए राय मांगी गई है. यानी अगले पांच साल के कार्यकाल में बिहार की जनता किस तरह का विकास चाहती है. वो प्रदेश सरकार से किस तरह के काम की अपेक्षा रखती है. टोल फ्री नंबर पर इन्हीं विषयों को लेकर जनता से राय पूछी गई है. बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल ने कहा कि अगले पांच सालों में बिहार का भविष्य कैसा हो इसपर लोगों की राय जानना चाहते हैं. जनता अपनी राय मिलकॉल करके भी दे सकती है. टोल फ्री नंबर है- 6357171717

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क्या एनडीए के सभी दलों का एक ही घोषणापत्र होगा? इस सवाल के जवाब में प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि लोगों से राय जानने के बाद, सभी सहयोगी दलों से इसपर चर्चा की जाएगी. उसके बाद ही घोषणापत्र जारी किया जाएगा. 

बिहार बीजेपी ने राज्य में विधानसभा चुनाव के लिए सितंबर के शुरुआत में ही संचालन समिति की घोषणा की थी. पार्टी ने बिहार बीजेपी के पूर्व अध्यक्ष नित्यानंद राय को चुनाव संचालन समिति का अध्यक्ष बनाया है. केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद को चुनाव प्रचार समिति का अध्यक्ष बनाया गया है. चुनाव प्रबंधन समिति की जिम्मेदारी मंगल पांडे को दी गई है, जबकि चुनाव घोषणा पत्र समिति के अध्यक्ष  डॉ प्रेम कुमार को बनाया गया है. 

बिहार में जल्द ही विधानसभा चुनाव की घोषणा होने वाली है. इससे पहले सभी दलों ने तैयारियां शुरू कर दी है. राज्य में अक्टूबर नवंबर में 243 सीटों पर विधानसभा चुनाव होने हैं.

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बीजेपी की चुनाव संचालन समिति पर नजर डालें तो इसमें राज्य के जातिगत समीकरण का ख्याल रखा गया है. स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय को चुनाव प्रबंधन समिति की जिम्मेदारी सौंप कर पार्टी ने अगड़ी जातियों को लुभाने की कोशिश की है.

वहीं केंद्रीय गृह राज्यमंत्री नित्यानंद राय को बिहार विधानसभा चुनाव संचालन समिति का अध्यक्ष बनाकर ओबीसी और यादव वोटरों को पार्टी ने अपने साथ लेने की कोशिश की है. दोनों ही नेता पार्टी पूर्व प्रदेश अध्यक्ष रह चुके हैं. लिहाजा दोनों के पास बिहार के सामाजिक समीकरण की जानकारी है और काम करने का लंबा अनुभव भी है. 

केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद को चुनाव प्रचार समिति का अध्यक्ष बनाकर बीजेपी ने बैलेंस कायम करने की कोशिश की है. 

बता दें कि बिहार में कोरोना काल में हो रहे विधानसभा चुनाव की वजह से ऑनलाइन प्रचार जोरों पर है. बीजेपी ने इसके लिए एक पूरी टीम उतार दी है. बीजेपी ने ऑनलाइन प्रचार के तहत सोशल मीडिया पर सबसे ज्यादा जोर लगाया है. बीजेपी की योजना केंद्र और राज्य की विकास योजनाओं की जानकारी सोशल मीडिया के जरिए लोगों तक पहुंचाने की है. 

 

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