बिहार के पूर्व डीजीपी गुप्तेश्वर पांडेय ने एक बार फिर अपनी राजनीतिक पारी के बारे में खुलकर बात की. राजनीतिक दल में शामिल होने और चुनाव लड़ने के सवाल पर गुप्तेश्वर पांडेय ने कहा कि क्या ये अवैध है. भविष्य में गृह मंत्री बनने के सवाल पर गुप्तेश्वर पांडेय ने कहा कि मुझे नहीं पता भविष्य में क्या होगा.
आजतक से खास बात करते हुए पूर्व डीजीपी गुप्तेश्वर पांडेय ने कहा कि मेरे वीआरएस को एक्टर सुशांत सिंह राजपूत केस से जोड़ने की जरूत नहीं है. सुप्रीम कोर्ट ने भी कहा कि मैंने जो किया, वो सही किया. जब मेरे उपर नैतिक दबाव आया तो मैंने हंगामा शुरू किया. इसके बाद मेरे आईपीएस अधिकारी को मुंबई पुलिस ने छोड़ा.
पूर्व डीजीपी गुप्तेश्वर पांडेय ने कहा कि मुझे बिहार की जनता बहुत प्यार करती है. मैं कहीं भी चुनाव लड़ना चाहता हूं तो जा सकता हूं और जीत सकता हूं. चुनाव से मेरे वीआरएस को जोड़ना गलत है. अगला गृह मंत्री बनने के सवाल पर गुप्तेश्वर पांडेय ने कहा कि भविष्य कौन जानता है. मेरे परिवार अनपढ़ था. मैं पहला आदमी हूं, जो चार पीढ़ियों के बाद स्कूल गया.
पूर्व डीजीपी गुप्तेश्वर पांडेय ने कहा कि मेरे खिलाफ हर रोज अफवाह उड़ाया जा रहा है, मुझे विवादित बनाया जा रहा है. मेरे खिलाफ विपक्ष, चुनाव आयोग से शिकायत करता और अगर चुनाव आयोग मुझे हटा देता तो मेरी कितनी बेइज्जती होती. 34 साल तक बेदाग रहा, लेकिन इस तरह का माहौल बना दिया गया कि निर्वाचन आयोग को मुझे हटाना पड़े.
पूर्व डीजीपी गुप्तेश्वर पांडेय ने कहा कि मेरे खिलाफ साजिश हो रही थी. मुझे अपमानित करके हटाने का प्लान था. मैं समझ गया और मैंने वीआरएस लेने का फैसला किया. किसी राजनीतिक दल में शामिल हो जाना या चुनाव लड़ जाना, पाप है क्या. अगर मैं चुनाव में जाने का फैसला करता हूं तो इसमें क्या अनैतिक और अवैध है.
आजतक से गुप्तेश्वर पांडेय ने कहा कि मैं बिहार के किसी भी विधानसभा सीट से चुनाव लड़कर जीत सकता हूं, वह भी निर्दलीय. 14 सीटों से चुनाव लड़ने का ऑफर है, लेकिन मैं अभी राजनीति में जाने को लेकर फैसला नहीं किया है. जो भी होगा, पहले अपने लोगों से सलाह मशविरा करूंगा फिर इसका ऐलान करूंगा.