बिहार में विधानसभा चुनाव के तीनों चरण की प्रक्रिया खत्म हो गई है. अब हर किसी को 10 नवंबर को आने वाले नतीजों का इंतजार है. नतीजों से पहले इंडिया टुडे एक्सिस माय इंडिया के एग्जिट पोल में जनता के मूड को टटोला गया. बिहार विधानसभा चुनाव में प्रचार के दौरान कई राष्ट्रीय मुद्दों का भी जिक्र हुआ, इन्हीं मसलों पर एग्जिट पोल में जनता से सवाल किए गए.
एग्जिट पोल की मानें तो बिहार विधानसभा चुनाव में राम मंदिर, नागरिकता संशोधन एक्ट, चीन के साथ जारी तनाव बड़ा मुद्दा नहीं बन पाए.
सर्वे में जब लोगों से पूछा गया कि आप राज्य में महागठबंधन की सरकार क्यों चाहते हैं, तब सिर्फ एक फीसदी लोगों ने ही नागरिकता संशोधन एक्ट (CAA) के विरोध की वजह से वोट देने का जिक्र किया. जबकि जब सर्वे में लोगों से एनडीए सरकार को वोट देने का कारण पूछा तो सिर्फ एक फीसदी लोगों के लिए ही राम मंदिर सबसे बड़ा मुद्दा बना.
एग्जिट पोल के मुताबिक, चुनाव में सबसे बड़ा मुद्दा विकास का रहा. करीब 42 फीसदी लोगों के अनुसार, विकास का मुद्दा नंबर एक पर रहा और बेरोजगारी का मुद्दा 30 फीसदी के साथ नंबर दो पर रहा.
आपको बता दें कि भारतीय जनता पार्टी की रैलियों में अक्सर राम मंदिर, CAA और चीन के मसले पर बात की गई, खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपनी सभाओं में विपक्ष पर निशाना साधा था कि विपक्षी पार्टियों को भारत माता की जय और जय श्री राम के नारों से दिक्कत है. साथ ही यूपी सीएम योगी आदित्यनाथ के जरिए बिहार में एनडीए ने अयोध्या के मसले को उछालने की कोशिश की.
दूसरी ओर तेजस्वी यादव और राजद की ओर से लगातार नीतीश सरकार पर निशाना साधा गया. तेजस्वी ने बार-बार सभाओं में कहा कि हम सिर्फ नीतीश सरकार की विफलताओं पर बात कर रहे हैं.
गौरतलब है कि बिहार में इस बार कुल 3 चरणों में विधानसभा चुनाव हुआ है. पहले चरण के लिए 28 अक्टूबर को 71 सीट, दूसरे चरण के लिए 3 नवंबर को 94 सीट और तीसरे चरण के लिए 7 नवंबर को 78 सीटों पर मतदान हुआ. इंडिया टुडे-एक्सिस-माय-इंडिया के एग्जिट पोल में कुल 243 विधानसभा क्षेत्रों में सर्वे किया गया है. जबकि सर्वे का सैंपल साइज 63081 रहा.