बिहार के पूर्व डीजीपी गुप्तेश्वर पांडेय की राजनीतिक पारी को लेकर तरह-तरह के कयास लगाए जा रहे हैं. वीआरएस लेने के बाद अब खुद गुप्तेश्वर पांडेय मीडिया के सामने आए हैं और अपनी आगे की रणनीति के बारे में खुलासा कर रहे हैं. गुप्तेश्वर पांडेय का कहना है कि मैंने अभी तक किसी भी पार्टी को ज्वॉइन नहीं किया है और न ही कोई फैसला किया.
मीडिया से बात करते हुए पूर्व डीजीपी गुप्तेश्वर पांडेय ने कहा कि मेरे लिए समाजसेवा चिंता का विषय है. मैं राजनीति में आए बिना भी समाजसेवा कर सकता हूं. मैं कभी नहीं कहा कि मैं चुनाव लड़ूंगा. बक्सर, औरंगबाद, वाल्मीकिनगर से भी लोग चुनाव लड़ने के लिए बोल रहे हैं. मैंने अभी कोई फैसला नहीं किया है.
पूर्व डीजीपी गुप्तेश्वर पांडे ने कहा कि वीआरएस लेना मेरा अधिकार है. मैंने वीआरएस लिया है. मैं लगातार अफवाहों से परेशान रहा. 34 साल की सेवा में कोई नेता मेरी एक भी गलती बता दे. कोई भी बता दे कि मैंने किसी दल को नुकसान या फायदा पहुंचाने की कोशिश की. मैंने किसी अपराधी को बख्शा नहीं. 50 से ज्यादा एनकाउंटर किए.
गुप्तेश्वर पांडे ने कहा कि 34 वर्षों तक ईमानदारी और निष्पक्षता से काम किया. उन्होंने यह भी कहा कि सुशांत के केस से मेरे वीआरएस का कोई संबंध नहीं है. उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार बेहतर प्रशासक और हस्तक्षेप नही करने वाले मुख्यमंत्री हैं.