एलजेपी प्रमुख और केंद्रीय मंत्री रहे रामविलास पासवान की मौत को लेकर सियासत शुरू होती नजर आ रही है. बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने पासवान की मौत की न्यायिक जांच की मांग की है. उन्होंने रामविलास पासवान के बेटे चिराग पासवान की भूमिका पर सवाल उठाए हैं.
हाल ही में चिराग पासवान का एक वीडियो वायरल हुआ था, इस वीडियो को लेकर मांझी ने सवाल खड़े किए हैं और पीएम मोदी को खत लिखकर पासवान की मौत की न्यायिक जांच की मांग की है. मांझी ने कहा कि रामविलास पासवान की तस्वीर पर माला चढ़ाकर चिराग पासवान का हंसने का क्या औचित्य था?
उन्होंने कहा कि रामविलास पासवान राज्य के बड़े नेता थे और केंद्रीय मंत्री भी थे. उनके स्वास्थ्य को लेकर कोई मेडिकल बुलेटिन जारी नहीं हुआ. मांझी ने पासवान की मौत की खबर भी देर से देने का आरोप लगाते हुए कहा कि पासवान की बेटी पहले से घर पर थीं, फिर भी उन्हें वहां जाने नहीं दिया गया और ना ही उनसे मिलने दिया गया. उन्होंने कहा कि बेटी को अपने पिता का शव भी नहीं देखने दिया गया.
मांझी ने कहा कि इस बात ये यह साफ हो जाता है कि पासवान का निधन दो-तीन दिन पहले ही हो गया था, अगर उनका शव देखने दिया जाता तो निधन की बात फैल जाती. उनकी मौत की खबर को छिपाया क्यों गया, क्या इस बात की जांच नहीं होनी चाहिए?
इससे पहले मांझी की पार्टी (HAM) प्रवक्ता डॉ दानिश रिजवान ने भी पीएम मोदी को लिखे पत्र को दिखाते हुए LJP अध्यक्ष चिराग पासवान पर सवाल उठाया था. दानिश रिजवान ने कहा है कि देश जानना चाहता है कि आखिर चिराग पासवान रामविलास पासवान से जुड़े कौन से राज को छुपा रहे हैं, ये देश जानना चाहता है.
(गया से पंकज कुमार की रिपोर्ट)