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RJD से चुनाव लड़ना चाहते हैं बाहुबली विधायक अनंत सिंह, कहा- तेजस्वी को CM बनते देखना है

बाहुबली विधायक अनंत सिंह राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) का दामन थामना चाहते हैं. पटना सिविल कोर्ट में अपनी पेशी के दौरान उन्होंने कहा कि वो तेजस्वी यादव को बिहार की गद्दी पर देखना चाहते हैं.

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विधायक अनंत सिंह (फाइल फोटो)
विधायक अनंत सिंह (फाइल फोटो)
स्टोरी हाइलाइट्स
  • RJD के टिकट पर चुनाव लड़ना चाहते हैं अनंत सिंह
  • तेजस्वी यादव को सीएम बनते देखना चाहते हैं विधायक
  • पहले भी आरजेडी में एंट्री की कर चुके हैं कोशिश

बिहार के मोकामा के बाहुबली विधायक अनंत सिंह राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) का दामन थामना चाहते हैं. गुरुवार को पटना सिविल कोर्ट में पेशी के दौरान उन्होंने कहा कि वो तेजस्वी यादव को बिहार की गद्दी पर देखना चाहते हैं. पिछले लोकसभा चुनाव में भी अनंत सिंह आरजेडी के टिकट पर चुनाव लड़ना चाहते थे, लेकिन तेजस्वी यादव ने उन्हें पार्टी में शामिल कराने से इंकार कर दिया था. 

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अनंत सिंह ने बाद में अपनी पत्नी को कांग्रेस में शामिल कराकर मुंगेर से चुनाव लड़वाया था, लेकिन इस बार वो सीधे आरजेडी के टिकट पर चुनाव लड़ना चाहते हैं. हालांकि, आरजेडी की तरफ से अभी कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है.

आपराधिक इतिहास वाले रामा सिंह के आरजेडी में शामिल होने से नाराज रघुवंश प्रसाद सिंह ने इस्तीफा दे दिया है. अनंत सिंह का भी आपराधिक इतिहास रहा है और उनके आपराधिक इतिहास से ज्यादा मामला जातिय समीकरण को लेकर रहा है, यही वजह है कि तेजस्वी यादव ने पिछले लोकसभा चुनाव के दौरान अनंत सिंह को अपनी पार्टी में एंट्री नहीं दी थी.

मोकामा और बाढ़ के टाल क्षेत्र में अनंत सिंह की दुश्मनी यादवों से रही है, ऐसे में आरजेडी उन्हें कैसे टिकट देगी ये देखने वाली बात है. 2005 में नीतीश कुमार की पार्टी जेडीयू के टिकट पर वो पहली बार विधानसभा पहुंचे थे. अनंत सिंह को इलाके के लोग छोटे सरकार के नाम से जानते हैं, लेकिन विधानसभा पहुंचने के बाद उनके कार्यकलापों में काफी परिवर्तन दिखा.

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JDU के टिकट पर जीता था चुनाव

2010 के विधानसभा चुनाव में भी उन्होंने जेडीयू के टिकट पर मोकामा से जीत हासिल की. लेकिन उसके बाद के घटनाक्रम की वजह से अनंत सिंह नीतीश कुमार से दूर होते चले गए. इसमें सबसे बड़ा कारण बाढ़ क्षेत्र का फूटूस यादव हत्याकांड है, जिसमें उन्हें जेल जाना पडा. 2015 में नीतीश कुमार के लालू प्रसाद यादव के साथ मिलकर विधानसभा चुनाव लड़ने के दौरान अनंत सिंह का पत्ता साफ हो गया.

अनंत सिंह ने सितंबर 2015 में जेडीयू से इस्तीफा दे दिया और निर्दलीय चुनाव लड़ते हुए जीत हासिल की. पिछले साल अगस्त में एक वीडियो वायरल हुआ था जिसमें अनंत सिंह का रिश्तेदार दो एके-47 राइफल के साथ था. बाद में पुलिस ने उनके मोकामा स्थिति लदमा गांव में दबिश दी, जिसमें एके-47 बरामद की गई. अनंत सिंह का कहना है कि सरकार ने उन्हें साजिश के तहत फंसाया है. बाद में इसी केस में उन्होंने सरेंडर किया और फिलहाल वह पटना के बेउर जेल में बंद हैं.

 

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