मधेपुरा जिले का सिंहेश्वर हिंदुओं की आस्था का केंद्र है. पर्यटन के लिहाज से भी महत्व रखने वाली सिंघेश्वर विधानसभा सीट पर सत्ताधारी जनता दल यूनाइटेड का कब्जा है. जेडीयू ने निवर्तमान विधायक रमेश ऋषिदेव को ही सिंहेश्वर विधानसभा क्षेत्र से विधायक हैं. इस सीट से राष्ट्रीय जनता दल से चंद्रहास चौपाल और जन अधिकार पार्टी से अनिल कुमार बंधु चुनाव मैदान में हैं.
सिंहेश्वर विधानसभा सीट पर बिहार चुनाव के तीसरे चरण में 7 नवंबर को वोट डाले गए. 61.18 मतदाताओं ने अपने मताधिकार का उपयोग किया. चुनाव नतीजों का ऐलान 10 नवंबर को होगा. ऋषिदेव ने पिछले चुनाव में अपने निकटतम प्रतिद्वंदी अमित कुमार भारती को 15 हजार से अधिक वोट से मात दी थी. पिछले पांच चुनाव की बात करें तो सिंहेश्वर विधानसभा सीट जेडीयू का गढ़ बनकर उभरी है. पिछले पांच में से चार चुनाव में जेडीयू को विजयश्री मिली है. साल 1995 के चुनाव में जेडीयू के बम भोला यादव ने सिंहेश्वर में विजय पताका फहराया था. साल 2000 के चुनाव में आरजेडी ने जेडीयू को मात देकर सिंहेश्वर विधानसभा सीट पर कब्जा कर लिया था.
साल 2000 के विधानसभा चुनाव में आरजेडी के विजय कुमार सिंह ने चुनावी जीत दर्ज की. साल 2005 में सिंहेश्वर की जनता ने फिर से जनता दल यूनाइटेड पर भरोसा जताया और तब से यह सीट लगातार सत्ताधारी दल के कब्जे में है. 2005 के चुनाव में जेडीयू के रामेश्वर प्रसाद यादव विधायक चुने गए. वहीं, 2010 के विधानसभा चुनाव में रमेश ऋषिदेव पहली बार विधायक चुने गए थे.
साल 2015 में भी जेडीयू ने रमेश ऋषिदेव पर ही भरोसा जताया और जनता ने भी जीत ऋषिदेव की झोली में डाल दी. अब देखना यह होगा कि क्या जेडीयू रमेश ऋषिदेव पर ही भरोसा जताती है या किसी नए चेहरे को चुनावी रणभूमि में उतारती है? यदि जेडीयू रमेश ऋषिदेव को ही टिकट देती है तो क्या वे जीत की हैट्रिक लगा पाएंगे?
पुरुष वोटर अधिक
सिंहेश्वर विधानसभा क्षेत्र में भी पुरुष मतदाताओं की संख्या अधिक है. सिंहेश्वर के कुल मतदाताओं में 52.16 फीसदी पुरुष वोटर हैं. वहीं, महिला मतदाताओं की भागीदारी 47.84 फीसदी है. सिंहेश्वर में कुल 2 लाख 85 हजार 954 मतदाता हैं. पिछले विधानसभा चुनाव में 59.19 फीसदी मतदाताओं ने अपने मताधिकार का उपयोग किया था.