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बोचहा विधानसभा सीट पर राष्ट्रीय लोकतांत्रिक गठबंधन की ओर से विकासशील इंसान पार्टी(वीआईपी) उम्मीदवार मुसाफिर पासवान ने महागठबंधन की ओर से राष्ट्रीय जनता दल(आरजेडी) प्रत्याशी रमई राम को करारी हार दी. दोनों प्रत्याशियों के बीच जीत का अंतर 11,268 वोट रहे.
मुसाफिर पासवान को जहां 77,837 वोट हासिल हुए, वहीं रमई राम 65,569 वोटों पर सिमट गए. वीआईपी ने कुल वोट प्रतिशत में से 42.62 फीसदी वोट अपने नाम किया तो आरजेडी के हिस्से 36.45 फीसदी वोट आए.
तीसरे नंबर पर लोकजनशक्ति पार्टी रही, जिसके उम्मीदवार अमर आजाद को 8,232 वोट हासिल हुआ. 3,523 लोगों ने नोटा का विकल्प चुना. बसपा, प्लूरल्स और जन अधिकार पार्टी(लोकतांत्रिक) को नोटा से भी कम वोट मिले.
बोचहा में 64.87 फीसदी वोटिंग
बोचहा में अंतिम चरण में 7 नवंबर को मतदान हुआ था. बोचहा में 64.87 फीसदी मतदाताओं ने अपने मताधिकार का उपयोग किया. नौंवी बार विधानसभा पहुंचने की कोशिश में रमई राम बोचहा सीट से मैदान में रहे, लेकिन उन्हें करारी हार मिली. आरजेडी के टिकट पर आठ बार विधायक रहे रमई राम को पिछले चुनाव में निर्दलीय उम्मीदवार बेबी कुमारी ने हरा दिया था.
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तब रमई राम जनता दल यूनाइटेड (जेडीयू) के टिकट पर चुनाव मैदान में थे. रमई राम करीब 23 हजार वोट के अंतर से चुनाव हार गए थे. रमई राम इस बार आरजेडी के टिकट पर मैदान में थे लेकिन सफलता हाथ नहीं लगी. वहीं, एनडीए की ओर से इस सीट पर विकासशील इंसान पार्टी (वीआईपी) का दांव सफल रहा.
लोक जनशक्ति पार्टी ने अमर आजाद और प्लूरल्स पार्टी ने अभिमन्यू कुमार को उम्मीदवार बनाया. दोनों लड़ाई से में ही नहीं रहे. गौरतलब है कि बोचहा, रमई राम की परंपरागत सीट रही है. वे साल 1980 से ही विधानसभा में इस सीट का प्रतिनिधित्व करते आए थे. लेकिन इस बार भी निराशा हाथ लगी.