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चैनपुर विधानसभा सीट: क्या भाजपा के ब्रज किशोर बिंद का फिर चलेगा जादू?

बिहार की चैनपुर विधानसभा सीट पर 2015 के विधानसभा चुनाव में मुकाबला काफी रोचक रहा था. 2015 के चुनाव में चैनपुर विधानसभा सीट पर 671 वोटों ने उम्मीदवारों की किस्मत का फैसला किया. इस सीट पर बीजेपी के ब्रिज किशोर बिंद ने बसपा के मोहम्मद जमा खान को शिकस्त दी थी.

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Bihar Election 2020, Chainpur assembly seat
Bihar Election 2020, Chainpur assembly seat
स्टोरी हाइलाइट्स
  • चैनपुर सीट पर 2010 से बीजेपी का कब्जा
  • ब्रज किशोर बिंद को लगातार दो बार मिली जीत

बिहार में विधानसभा चुनाव की प्रक्रिया पूरी हो गई है, अब 10 नवंबर को नतीजों का इंतजार है. बिहार की चैनपुर विधानसभा सीट पर इस बार 28 अक्टूबर को वोट डाले गए, यहां कुल 64.39% मतदान हुआ.

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बिहार की चैनपुर विधानसभा सीट (Chainpur Assembly Seat) सासाराम लोकसभा क्षेत्र के अंर्तगत आती है. कैमूर जिले में स्थिति चैनपुर विधानसभा सीट पर 2010 से भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) का कब्जा है. वहीं, लगातार दो बार चैनपुर विधानसभा क्षेत्र में ब्रज किशोर बिंद का जलवा बरकरार रहा है. 2010 और 2015 दोनों ही विधानसभा चुनाव में उन्होंने भाजपा के टिकट पर जीत हासिल की.

कब वोट‍िंग, क‍ितने प्रत्‍याशी?
चैनपुर विधानसभा सीट पर पहले चरण में 28 अक्टूबर को मतदान हुआ. भाजपा (BJP) ने वर्तमान विधायक बृज किशोर बिंद को चुनाव मैदान में उतारा है. जबकि कांग्रेस के प्रकाश कुमार सिंह महागठबंधन के उम्मीदवार के रूप में चुनावी मैदान में हैं. वहीं बसपा (BSP) ने मोहम्मद जमां खान पर फिर चुनावी दांव लगाया है. 

बता दें कि इस साल बिहार विधानसभा चुनाव 3 चरणों में संपन्न हुए. पहले चरण के लिए 28 अक्टूबर, दूसरे चरण के लिए 3 नवंबर को वोट डाले गए. जबकि तीसरे यानी आखिरी चरण का चुनाव 7 नवंबर को हुआ. बिहार विधानसभा चुनाव के नतीजे 10 नवंबर को आएंगे.

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चैनपुर विधानसभा सीट का राजनीतिक समीकरण
बिहार की चैनपुर विधानसभा सीट का गठन 1951 में हुआ था. इस सीट पर अब तक 15 बार हुए चुनावों में से सबसे ज्यादा 5 बार भाजपा ने जीत दर्द की है. जबकि दो बार आरजेडी, दो बार बसपा, तीन बार कांग्रेस और एक बार जेएनपी को जीत मिली है. सीट के गठन के बाद 1967 तक कांग्रेस का राज रहा. जबकि 1995 में बसपा ने अपनी पकड़ मजबूत बनाई और लगातार दो बार जीत हासिल की. इसके बाद 2005 के चुनाव में चैनपुर विधानसभा सीट पर आरजेडी को बढ़त मिली. वहीं, 2010 और 2015 में इस सीट पर भाजपा अपना कब्जा करने में सफल रही. 2015 के चुनाव में चैनपुर विधानसभा सीट पर 671 वोटों ने उम्मीदवारों की किस्मत का फैसला किया. इस सीट पर बीजेपी के ब्रिज किशोर बिंद ने बसपा के मोहम्मद जमा खान को शिकस्त दी थी. 


सामाजिक ताना बाना?
बिहार के कैमूर जिले में स्थित चैनपुर विधानसभा सीट सासाराम लोकसभा क्षेत्र के अंतर्गत आती है. 2011 की जनगणना के अनुसार चैनपुर की कुल जनसंख्या 469587 है. जो 100 फीसदी ग्रामीण आबादी है. यहां की अनुसूचित जाति (एससी) 21 फीसदी और अनुसूचित जनजाति (एसटी) 9.38 फीसदी है. 2019 की वोटर लिस्ट के अनुसार, चैनपुर निर्वाचन क्षेत्र में  305120 मतदाता और 348 मतदान केंद्र हैं. 2015 में चैनपुर विधानसभा क्षेत्र में 61.63% मतदान हुआ था. 

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2015 के चुनावी नतीजे
चैनपुर विधानसभा सीट पर 2015 के विधानसभा चुनाव में मुकाबला काफी रोचक रहा था. 2015 के विधानसभा चुनाव में चैनपुर विधानसभा सीट पर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के ब्रज किशोर बिंद और बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के जमा खान में कांटे की टक्कर थी. 2015 के चुनाव में भाजपा के ब्रज किशोर बिंद को 58913 वोट मिले थे जबकि बसपा के उम्मीदवार जमा खान को 58242 वोट मिले थे. महज 671 वोटों से भाजपा की जीत हुई थी.


पूरे बिहार में कैसा रहा था पिछले चुनाव का नतीजा?
2015 के बिहार विधानसभा चुनाव में महागठबंधन (आरजेडी-जेडीयू-कांग्रेस) बनाम बीजेपी-एलजेपी मुकाबला हुआ था. विधानसभा की कुल 243 सीटों में से महागठबंधन के दलों को 178 सीटें हासिल हुई थीं. RJD को 80, जेडीयू को 71 और कांग्रेस को 27 सीटों पर जीत मिली थी. जबकि बीजेपी को सिर्फ 53 सीटें मिली थीं. वहीं सहयोगी एलजेपी को 2 सीटें मिली थीं.


विधायक ब्रज किशोर बिंद के बारे में
2015 के चुनाव में चैनपुर विधानसभा सीट से चुने गए विधायक ब्रज किशोर बिंद का जन्म 1966 में कैमूल जिले में हुआ था. ब्रज किशोर बिंद की शैक्षणिक योग्यता बीए ऑनर्स है. उन्होंने वर्ष 1991 में राजनीति में प्रवेश किया. बता दें कि बिहार चुनाव 2020 की सरगर्मी के बीच ब्रज किशोर बिंद अपने बयान की वजह से सुर्खियों में रहे. उन्होंने कहा कि अगर मैं इस बार हार गया तो अकाल पड़ जाएगा.

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