बिहार विधानसभा चुनाव 2020 से पहले अब बिहार के पूर्व डीजीपी गुप्तेश्वर पांडेय ने अपनी राजनीतिक पारी की शुरुआत कर ली है. बिहार के पूर्व डीजीपी गुप्तेश्वर पांडेय बिहार चुनाव से पहले जनता दल यूनाइटेड (जेडीयू) में शामिल हो गए हैं. बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की मौजूदगी में गुप्तेश्वर पांडेय ने जेडीयू की सदस्या हासिल की.
बिहार के पूर्व डीजीपी गुप्तेश्वर पांडे की राजनीतिक पारी को लेकर लगाए जा रहे कयास पर विराम लग गया है. गुप्तेश्वर पांडे ने अब जेडीयू का दामन थाम लिया है. रविवार को सीएम नीतीश कुमार ने खुद उन्हें पार्टी की सदस्यता दिलाई. गुप्तेश्वर पांडे ने शुक्रवार को ही एनडीए के साथ जाने के स्पष्ट संकेत दिए थे.
जेडीयू में शामिल होने के बाद गुप्तेश्वर पांडेय ने कहा, 'मुझे खुद सीएम ने बुलाया और शामिल होने के लिए कहा. पार्टी मुझसे जो भी करने को कहेगी, मैं करूंगा. मैं राजनीति नहीं समझता. मैं एक साधारण व्यक्ति हूं, जिन्होंने अपना समय समाज के निचले तबके के लिए काम करने में बिताया है.'
सीएम से प्रभावित
पांडेय ने कहा कि आज शाम 4 बजे बिहार के मुख्यमंत्री और जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष नीतीश कुमार ने सदस्यता दिलाई. मैं शुरू से ही उनसे प्रभावित रहा हूं क्योंकि उन्होंने कभी पुलिस के काम में हस्तक्षेप नहीं किया. चुनाव लड़ना या नहीं लड़ना, ये मेरा विषय नहीं है.
वहीं गुप्तेश्वर पांडेय के जेडीयू में शामिल होने को लेकर शिवसेना सांसद प्रियंका चतुर्वेदी ने ट्वीट किया है. उन्होंने कहा है कि कैम्पेन तो मुंबई की पुलिस को गाली देकर शुरू कर ही ली थी. एक मौत को राजनीतिक सीडी बना ही ली थी. अब उम्मीद है बिहार की जनता इनका भी हिसाब-किताब तय करेगी.
रॉबिनहुड ‘औक़ात’ पांडे का राजनीति में स्वागत है, कैम्पेन तो मुंबई की पुलिस को गाली देकर शुरू कर ही ली थी, एक मौत को राजनीतिक सीडी बना ही ली थी, अब उम्मीद है बिहार की जनता इनका भी हिसाब-किताब तय करेगी।
— Priyanka Chaturvedi (@priyankac19) September 27, 2020
*चुलबुल पांडे उर्फ़ दबंग सलमान खान जी को क्षमा याचना के साथ pic.twitter.com/UmhxACqiAy
वहीं जन अधिकार पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष पप्पू यादव ने ट्वीट करते हुए लिखा, 'सुशांत सिंह राजपूत को न्याय दिलाने के नाम पर नौटंकी करने वाले पूर्व डीजीपी को नीतीश जी ने अपने गले का हार बनाया! शीघ्र जनता न्याय के इस सौदेबाजी का जवाब देगी.'
सुशांत सिंह राजपूत को न्याय दिलाने के नाम पर नौटंकी करने वाले पूर्व डीजीपी को नीतीश जी ने अपने गले का हार बनाया!
— Sewak Pappu Yadav (@pappuyadavjapl) September 27, 2020
शीघ्र जनता न्याय के इस सौदेबाजी का जवाब देगी।
दरअसल, पूर्व डीजीपी के स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति (वीआरएस) लेने के बाद ही उनके राजनीति में आने की अटकलें तेज हो गई थीं. सुशांत सिंह राजपूत मामले पर बेबाक राय रखने वाले गुप्तेश्वर पांडे का नाम बीते दिनों से ही सुर्खियों में रहा है. इस मामले को लेकर पूर्व डीजीपी ने नीतीश कुमार के सुशासन की जमकर तारीफ भी की थी.