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बिहार में विधानसभा चुनाव 2020 के तहत तीन चरणों में मतदान किया जा चुका है. बिहार चुनाव की मतगणना 10 नवंबर को होगी. हालांकि नतीजों से पहले ही एग्जिट पोल के नतीजे सामने आ चुके हैं. इंडिया टुडे-एक्सिस माय इंडिया के एग्जिट पोल में बिहार में महागठबंधन को प्रचंड जीत मिलने का अनुमान जताया गया है. वहीं अब सवाल उठता है कि नीतीश कुमार और एनडीए की हार में क्या चिराग पासवान की भी भूमिका रही?
इस बार बिहार विधानसभा चुनाव में लोक जनशक्ति पार्टी (एलजेपी) अध्यक्ष चिराग पासवान ने एनडीए से अलग राह अपनाई. चिराग पासवान की पार्टी एलजेपी ने एनडीए से अलग होकर बिहार में चुनाव लड़ा है. दरअसल, बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से नाराजगी और सीटों के बंटवारे को लेकर चिराग पासवान ने अलग होने का फैसला किया था.
हालांकि चिराग पासवान का अलग होने का फैसला एग्जिट पोल में नीतीश कुमार के खिलाफ जाता हुआ दिखाई दे रहा है. एग्जिट पोल के मुताबिक चिराग की पार्टी ने नीतीश कुमार और उसकी पार्टी जनता दल यूनाइटेड (जेडीयू) के साथ ही एनडीए को भी नुकसान पहुंचाया है.
इंडिया टुडे-एक्सिस माय इंडिया के एग्जिट पोल के मुताबिक विधानसभा चुनाव 2020 में एलजेपी के अलग जाने से जेडीयू की संभावनाओं को कई सीटों पर नुकसान हुआ. पासवान उपजाति वोट मिसाल के तौर पर एनडीए (31%) और एलजेपी (30%) में बंट गए. पासवान की पार्टी ने महादलितों और आर्थिक रूप से पिछड़े वोटों में भी सेंध लगाई. इन दोनों वर्गों से एलजेपी को आठ-आठ फीसदी वोट मिले. जिससे नीतीश कुमार को काफी नुकसान हुआ.
बिहार में किसकी सरकार?
बिहार चुनाव 2020 के एग्जिट पोल सामने आ चुके हैं. इंडिया टुडे-एक्सिस माय इंडिया के एग्जिट पोल के मुताबिक बिहार में महागठबंधन की सरकार बन सकती है. एग्जिट पोल में महागठबंधन को 139-161 सीटें मिलने का अनुमान जताया जा रहा है. इसके अलावा बिहार में एनडीए को 69-91 सीटें जीतने का अनुमान है.