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बिहार में विधानसभा चुनाव के तीसरे और अंतिम चरण का मतदान संपन्न हो गया है और अब सबकी नजरें 10 नवंबर को होने वाली मतगणना पर टिकी है. क्या नीतीश कुमार की अगुवाई में एनडीए को जीत मिलेगी या फिर महागठबंधन के सिर जीत का सेहरा बंधेगा. एक्जिट पोल सर्वे महागठबंधन को बड़ी जीत की ओर दिखा रहा है.
बिहार में भोजपुर, चंपारण, कोसी, मिथिलांचल, पाटलिपुत्र-मगध और सीमांचल 6 क्षेत्र हैं और एक्जिट पोल सर्वे के आधार पर इन सभी 6 क्षेत्रों में महागठबंधन को एनडीए से बढ़त मिलती दिख रही है.
मतगणना से पहले एक्जिट पोल आजतक और एक्सिस माई इंडिया के चुनाव बाद कराए गए सर्वे में भोजपुर में महागठबंधन को फायदा होता दिख रहा है और 49 में से उसके खाते में 33 सीट जाने का अनुमान है जबकि एनडीए को 9 सीट मिल सकती हैं. जबकि चंपारण क्षेत्र की 18 सीटों में से 8 सीट एनडीए को और 10 सीट महागठबंधन के खाते में जाने का अनुमान है.
पाटलिपुत्र-मगध क्षेत्र से महागठबंधन को 33 सीट
इसी तरह कोसी क्षेत्र की 31 सीटों में से 23 सीट महागठबंधन के खाते में जाने का अनुमान है जबकि एनडीए को 8 सीट मिल सकती हैं. मिथिलांचल की 60 सीटों में से 36 सीटों पर महागठबंधन को जीत मिल सकती है. जबकि एनडीए को महज 23 सीटें मिलने का अनुमान है.
राज्य के पाटलिपुत्र-मगध क्षेत्र में सबसे ज्यादा 61 सीटें आती हैं तो यहां से महागठबंधन के पक्ष में 33 तो एनडीए के पक्ष में 26 सीटें जाने का अनुमान है. इसी तरह सीमांचल क्षेत्र में 24 सीटों में से 15 सीटें महागठबंधन के खाते में जा सकती हैं तो एनडीए को महज 6 सीट मिलने का अनुमान है. इन सभी 6 क्षेत्रों में लोक जनशक्ति पार्टी के खाते में महज 3 सीटें ही मिलने का अनुमान लगाया जा रहा है.
क्षेत्रवार मिले वोटों के बारे में बात की जाए तो एग्जिट पोल सर्वे में भोजपुर क्षेत्र से महागठबंधन को 45 फीसदी तो एनडीए को 33 फीसदी वोट मिलने का अनुमान है. तो चंपारण में एनडीए को 44 फीसदी तो महागठबंधन को 42 फीसदी वोट मिल सकता है. कोसी से 45 फीसदी वोट महागठबंधन तो 39 फीसदी वोट एनडीए के खाते में जा सकता है.
मिथिलांचल में महागठबंधन के खाते में 43 फीसदी तो एनडीए को भी 43 फीसदी वोट मिल सकता है. पाटलिपुत्र-मगध से 46 फीसदी वोट महागठबंधन तो 38 फीसदी वोट एनडीए के खाते में जाने के आसार हैं. सीमांचल से 15 फीसदी वोट महागठबंधन तो 6 फीसटी वोट एनडीए को मिल सकते हैं.
भोजपुर इलाके के 49 विधानसभा सीटें हैं. इसमें गोपालगंज, सिवान, सारण, भोजपुर, बक्सर, कैमूर, भभुआ, रोहतास, औरंगाबाद जिले आते हैं. जबकि चंपारण इलाके में 18 विधानसभा सीटें हैं और इनमें पश्चिम चंपारण और पूर्वी चंपारण का कुछ भाग आता है. इसी तरह कोसी इलाके में 31 विधानसभा सीटें हैं इनमें सुपौल, मधेपुरा, साहरसा, बेगूसराय, खगड़िया, भागलपुर तथा समस्तीपुर जिले का कुछ हिस्सा आता है.
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राज्य के मिथिलांचल क्षेत्र में 60 विधानसभा सीटें आती हैं, इनमें पूर्वी चंपारण और समस्तीपुर का (कुछ भाग), शिवहर, सीतामढ़ी, मधुबनी, दरभंगा, मुजफ्फरपुर, वैशाली जिले आते हैं. तो पाटिलपुत्र-मगध क्षेत्र 61 विधानसभा सीटें हैं जिनमें भागलपुर (कुछ भाग) बांका, मुंगेर, लखीसराय, शेखपुरा, नालंदा, पटना, अरवल, जहानाबाद, औरंगाबाद, गया, नवादा, जमुई जिले शामिल हैं. सीमांचल क्षेत्र में 24 विधानसभा सीटें हैं, इसमें किशनगंज, अररिया, पूर्णिया, कटिहार जिले शामिल हैं.