बिहार चुनाव में जहां पलायन बड़ा मुद्दा बना हुआ है, तो वहीं जेडीयू विधायक का कहना है ये कोई मुद्दा नहीं है. उन्होंने कहा कि बिहार के लोग बड़े शौकिया मिजाज के हैं, जो बाढ़ आने पर दिल्ली और मुंबई घूमने के लिए चले जाते हैं. JDU विधायक के इस बयान से राजनीतिक माहौल गर्मा गया है. कांग्रेस नेता ने विधायक को घेरना शुरू कर दिया है.
दरभंगा के कुशेश्वरस्थान से जेडीयू विधायक शशि भूषण हजारी ने अपने बयान से राजनीति को गर्मा दिया है. उन्होंने कहा कि बिहार के लोग शौकिया होते हैं, इसलिए बाढ़ के समय अपना गांव घर छोड़ घूमने फिरने तीन चार महीने के लिए दिल्ली और मुंबई जैसे महानगर चले जाते हैं. जैसे ही बाढ़ का पानी कम हो जाता है, सभी लोग गांव वापस चले आते हैं. बिहार में पलायन कोई मुद्दा नहीं है.
बाढ़ आने पर बिहार के लोग दिल्ली और मुंबई चले जाते हैं
शशि भूषण हजारी ने कहा कि उनके इलाके में बाढ़ बड़ी समस्या जरूर है, लेकिन यहां के लोग काम के अभाव में मजदूरी करने दूसरे राज्य नहीं जाते हैं, बल्कि वे अपना घूमने फिरने का शौक पूरा करने जाते हैं. जेडीयू विधायक ने कहा कि दूसरे राज्य में भी लगभग उतना ही पैसा मजदूरों को मिलता है, जितना यहां गांव में मजदूर को मिलता है. पलायन कोई समस्या नहीं है. काम की कोई कमी भी यहां नहीं है. जिन्हें काम नहीं मिलता उनके लिए मनरेगा में काम दिया जाता है.
वहीं विधायक शशि भूषण हजारी के बयान पर कांग्रेस नेता कीर्ति आजाद ने कड़ा प्रहार करते हुए कहा कि यह बयान संवेदनहीन है. आजाद ने शशि भूषण हजारी को बरसाती मेढ़क बताते हुए कहा कि इन लोगों को अपने इलाके की कोई जानकारी नहीं होती है. चुनाव के समय नजर आते हैं. ऐसे शर्मनाक बयान तो कोई अनपढ़ आदमी भी नहीं दे सकता है. शशिभूषण हजारी के बहाने कीर्ति आजाद ने बिहार के उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी को भी निशाने पर लिया. उन्होंने कहा कि डिप्टी सीएम के भी इसी तरह के बयान रहते हैं. शायद ये लोग अपने परिवार के साथ नहीं रहते, इसलिए ऐसे बयान देते हैं. अन्यथा कौन ऐसा है, जो अपने परिवार से दूर रहकर नौकरी करनी की बात सोचेगा.