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कैमूर: बिहार का सीमावर्ती जिला, जहां कांग्रेस होती गई कमजोर और BJP ताकतवर

कैमूर जिले की सासाराम सीट से कांग्रेस को दस बार जीत मिली है तो भाजपा को पांच बार जीत मिली है. फिलहाल यहां पर दो बार से भाजपा जीत रही है.

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कैमूर में खेती है अर्थव्यवस्था का आधार (फोटो-PTI)
कैमूर में खेती है अर्थव्यवस्था का आधार (फोटो-PTI)
स्टोरी हाइलाइट्स
  • कैमूर जिले को भाजपा ने कांग्रेस से लेकर अपने हवाले किया
  • उत्तर प्रदेश और झरखंड से लगती है सीमा
  • कैमूर में खेती है अर्थव्यवस्था का आधार

कैमूर बिहार का सीमावर्ती जिला है, जिसकी सीमा उत्तर प्रदेश और झारखंड से लगती है. भौगोलिक तौर पर कैमूर को दो हिस्सों में बांटा जा सकता है. एक हिस्सा यहां के पहाड़ी इलाकों का है तो दूसे हिस्से में मैदानी इलाके आते हैं. पहाड़ी इलाके को कैमूर का पठार या रोहतास का पठार वाला इलाका कहा जाता है. मैदानी इलाका पश्चिमी हिस्से में है जिसमें कर्मनाशा और दुर्गावती नदियां बहती हैं. पूर्वी हिस्से में कुदरा नदी बहती है. इसके उत्तरी हिस्से में उत्तर प्रदेश का गाजीपुर और बिहार का बक्सर जिला लगते हैं. दक्षिणी सीमा में झारखंड का गढ़वा जिला है और पश्चिम दिशा में उत्तर प्रदेश के चंदौली और मिर्जापुर जिले लगते हैं. 

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कैमूर का पुराना और दिलचस्प इतिहास है. पुराने दिनों में जिले का पठार का इलाका आदिवासियों का निवास स्थान था. कैमूर जिला ईसा पूर्व छठी शताब्दी से मगध साम्राज्य का हिस्सा रहा है. मगध के मौर्य और गुप्त शासकों के शासनकाल में 5वीं और 7वीं सदी में यह जिला कन्नौज के शासक हर्षवर्धन के अधीन था. भाबुआ के पास मुंदेश्वरी मंदिर में एक शिलालेख में भी कैमूर का जिक्र है. कुंवर सिंह के नेतृत्व में अंग्रेजों के खिलाफ 1857 के विद्रोह में इस जिले ने भी भागीदारी की. सन 1972 में आजादी के बाद पुराने शाहबाद जिले से रोहतास जिला बना और 1991 में रोहतास से अलग होकर कैमूर स्वतंत्र जिला बना. कैमूर के वन्य प्रांतर में कैमूर वाइल्डलाइफ सैंक्चरी है जहां बाघ, तेंदुए और चिंकारा हिरन पाए जाते हैं. इसके अलावा यहां करकट और तेलहर जल प्रपात भी हैं. 

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कैमूर में खेती है अर्थव्यवस्था का आधार
कैमूर जिले की अर्थव्यवस्था मुख्य रूप से कृषि और संबंधित उद्योगों पर आधारित है. यहां चावल, गेहूं, गन्ना, तेल-बीज, दालें और मक्का की खेती होती है. कैमूर को बिहार के चावल के कटोरे के रूप में जाना जाता है. इस जिले में नहरों के जरिए सिंचाई के अच्छे इंतजाम हैं. जिले में वनस्पति तेल का उद्योग भी है. कुदरा और दुर्गावती कैमूर जिले के औद्योगिक शहर हैं. इसमें 12 बड़ी चावल मिल और 400 चोटी चावल मिलें हैं. कैमूर में जंगलों का इलाका काफी ज्यादा है. यहां पर वन आधारित उद्योगों के लिए भी अच्छा अवसर हो सकता है. इसके अलावा पुसौली में पावर ग्रिड भी रोजगार का साधन है. 

कैमूर जिले का सामाजिक तानाबाना
2011 की जनगणना के मुताबिक कैमूर जिले की कुल आबादी 16.27 लाख है. इसमें करीब 52.49 फीसदी आबादी गांवों में रहती है. कैमूर में पुरुषों के मुकाबले महिलाओं की संख्या कम है. जिले में पुरुषों की आबादी 8.48 लाख है और महिलाओं की संख्या करीब 7.79 लाख है. यहां पर प्रति 1000 पुरुषों के मुकाबले 919 महिलाएं ही हैं. जिले में साक्षरता दर बाकी जिलों के मुकाबले बेहतर है. जिले की करीब 71.01% आबादी साक्षर है. कैमूर में ज्यादातर लोग हिंदी भाषी और भोजपुर भाषी हैं. पूर्वी उत्तर प्रदेश से निकटता होने की वजह से लोगों की भाषा में पूर्वांचली टच देखने को मिलता है. जिले में करीब 90.55% लोग भोजपुरी बोलते हैं. 7.11% लोग हिंदी बोलते हैं और लगभग 2.13% फीसदी लोग उर्दू बोलते हैं. जिले में करीब 89 फीसदी लोग हिंदू धर्म के मानने वाले हैं तो करीब 9 फीसदी मुस्लिम हैं. 

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कैमूर जिले की राजनीतिक तस्वीर 
कैमूर जिले में दो लोकसभा सीटों का हिस्सा आता है. ये सीटें सासाराम और बक्सर हैं. सासाराम सीट पर परंपरागत तौर पर कांग्रेस का दबदबा रहा है जो पिछले कुछ चुनावों में कमजोर हुआ है. यहां से कांग्रेस को दस बार जीत मिली है तो भाजपा को पांच बार जीत मिली है. फिलहाल यहां पर दो बार से भाजपा जीत रही है. वहीं बक्सर सीट की बात करें तो यहां पर 1996 के बाद से भाजपा को एक बार भी हार नहीं मली है. लगातार सात बार से भाजपा जीत रही है. इस सीट से कांग्रेस पांच बार और सीपीआई को भी दो बार जीत मिली है. विधानसभा सीटों की बात करें तो कैमूर जिले में चार सीटें आती हैं- रामगढ़, मोहनिया, भभुआ और चैनपुर. फिलहाल इन चार सीटों में से चारों विधानसभा सीटें भाजपा के खाते में हैं.   

कैमूर जिले के प्रमुख अधिकारी
कैमूर के डीएम नवल किशोर चौधरी हैं. उनसे टेलीफोन नंबर 06189-223241 और फैक्स नंबर- 06189-223301 पर संपर्क किया जा सकता है. उनकी ई-मेल आईडी dm-bhabhua.bih@nic.in है. जिले के एसपी दिलनवाज अहमद हैं. उनका मोबाइल फोन नंबर 9431822979    और टेलीफोन नंबर 06189-223211 और फैक्स नंबर 06189-223672 है. उनकी ई-मेल आईडी sp-bhabhua-bih@nic.in है. 
 

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