
बिहार विधानसभा चुनाव 2020 के लिए प्रथम चरण की नामांकन प्रक्रिया शुरू हो चुकी है. ऐसे में बड़ी खबर बांका जिले से आ रही है, जहां कटोरिया विधानसभा के बूथ नंबर 58 के लोगों ने वोट बहिष्कार का ऐलान किया है. एक तरफ जहां नीतीश सरकार विकास के मुद्दे पर चुनाव मैदान में हैं, तो वहीं ये लोग महज एक पुल बनाए जाने की मांग पूरी न होने पर वोट न देने का फैसला कर चुके हैं.
बांका जिले की कटोरिया विधानसभा के बूथ नंबर 58 पर शनिवार को करीब 200 मतदाताओं ने बैठक की. इस बैठक में फैसला लिया गया कि जब तक पुल नहीं बनेगा, वोट भी नहीं करेंगे. लोगों का कहना है कि पांच साल पहले जब 'नेताजी' इस गांव में वोट मांगने आए थे, तो जीतने के बाद पुल और सड़क बनाने का वादा किया था. उसके बाद से इस गांव की तरफ पलटकर नहीं देखा. मतदाताओं का कहना है कि वे लोग एक टापू पर रहते हैं. पिछले 70 साल में एक पुल और गांव तक आने वाली सड़क तक नहीं बनी है.
लोगों ने बताया कि पिछले विधानसभा और लोकसभा चुनाव में भी वोट न देने का मन बनाया था, लेकिन जिला प्रशासन के भरोसे के बाद सभी ने मतदान में भाग लिया. 400 मतदाता वाले इस बूथ के मतदाता अनिरुद्ध मंडल और नीलकंठ मंडल ने बताया कि ऐसा कोई नेता नहीं है, जिससे उन्होंने मुलाकात न की हो. सभी से सिर्फ आश्वासन ही मिला है.
सुदिन राय का कहना है कि बांका कटोरिया मुख्य सड़क से जो रोड़ अंदर आती है, महज 5 किलोमीटर है जो उनके गांव तक पहुंचती है. यहां न तो सड़क है और ना ही पुल. इस मार्ग से रोजाना सैकड़ों लोग आते जाते हैं. कृष्ण राय का कहना है कि करीब 400 वोटर अपने मत का बहिष्कार कर रहे हैं.
दिलीप राय का कहना है कि अगर यह सड़क बन जाती है, तो करीब 1000 ग्रामीणों की राह आसान होगी. मेरे बाप और दादा तो रेत और मिट्टी की सड़कों से गुजर गए, हम भी इन मार्गों से गुजर रहे हैं, लेकिन हमारे बच्चे ऐसे मार्गों से नहीं गुजरेंगे. (इनपुट-प्रियरंजन)
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