बिहार विधानसभा चुनाव 2020 के महासंग्राम में कई नेताओं की सियासत चरमरा गई. इन्हीं में से एक हैं मटिहानी विधानसभा से बाहुबली विधायक नरेंद्र कुमार सिंह. 15 वर्ष से लगातार विधायक रहे नरेंद्र कुमार सिंह को इस बार तस्कर सम्राट कहे जाने वाल कामदेव सिंह के पुत्र ने करारी शिकस्त दी है. हालांकि कांटे के मुकाबले के बीच एलजेपी प्रत्याशी कामदेव सिंह के पुत्र को जीत का प्रमाण पत्र रात 11 बजे मिल सका.
बेगूसराय की सबसे चर्चित रही मटिहानी विधानसभा सीट पर जेडीयू के टिकट से बाहुबली विधायक नरेंद्र कुमार सिंह चुनाव मैदान में थे. उनका मुकाबला वैसे तो महागठबंधन के माले प्रत्याशी राजेंद्र प्रसाद सिंह के साथ माना जा रहा था, लेकिन एलजेपी से चुनाव लड़ रहे तस्कर सम्राट कामदेव सिंह के पुत्र राजकुमार ने उन्हें 333 वोटों से हरा दिया. हालांकि दोनों प्रत्याशियों के बीच मुकाबला कांटे का रहा, जिसके चलते रात 11 बजे राजकुमार को जीत का प्रमाण पत्र दिया जा सका. इस जीत के बाद राजकुमार सिंह के समर्थकों में खुशी की लहर दौड़ गई.
वहीं, बेगूसराय की चेरिया बरियापुर विधानसभा सीट की बात की जाये, तो यहां से पूर्व समाज कल्याण मंत्री का किला भी ढह गया. मुजफ्फरपुर बालिका गृह कांड में चर्चित पूर्व समाज कल्याण मंत्री मंजू वर्मा को आरजेडी प्रत्यशी राजवंशी महतो ने 40 हजार वोटों के बड़े अंतर से पराजित किया. मंजू वर्मा जेडीयू के टिकट से चुनाव मैदान में थीं. वहीं जिले की बात की जाये, तो चार सीटों पर महागठबंधन, दो बीजेपी और एक सीट पर एलजेपी प्रत्याशी ने जीत दर्ज की है.
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