बिहार विधानसभा चुनाव के लिए प्रचार जोरों पर है. राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) से अलग होकर विधानसभा चुनाव लड़ रही लोक जनशक्ति पार्टी (एलजेपी) नीतीश कुमार और उनकी पार्टी जनता दल यूनाइटेड (जेडीयू) पर लगातार हमलावर है. एलजेपी अध्यक्ष चिराग पासवान ने नीतीश कुमार पर निशाना साधते हुए कहा है कि बिहार फर्स्ट की सोच जेडीयू के गले की फांस बन गया है.
चिराग ने कहा है कि बिहार के सीएम ने नीतियों को लागू करना बंद कर दिया और संतृप्त हो गए. उन्होंने युवा नेताओं को खारिज कर दिया. एलजेपी अध्यक्ष ने नीतीश की आलोचना करते हुए कहा कि उन्हें अनुभवहीन कहा गया, लेकिन खुद जेपी आंदोलन के दौरान नीतीश ने एक युवा कार्यकर्ता के रूप में राजनीति की शुरुआत की थी. बिहार की जनता ने नीतीश को पहले ही 15 साल दिए. उन्होंने कहा कि हम बिहार के लिए भी जागरूक हैं और सोच सकते हैं.
भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) को लेकर नरम तेवर दिखाते हुए चिराग ने यह भी बताया कि वे पीएम मोदी का सम्मान क्यों करते हैं. चिराग ने कहा कि मेरे पिता (रामविलास पासवान) जब उपचार के लिए आईसीयू में भर्ती थे, तब केवल पीएम मोदी ने मुझे बुलाया और संबल दिया. उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार, एलजेपी और बीजेपी के बीच दूरी को चित्रित करने का प्रयास कर रहे हैं.
चिराग ने साथ ही यह भी साफ किया कि पीएम मोदी और बीजेपी के नेताओं की ओर से की जा रही आलोचना का स्वागत करता हूं. गौरतलब है कि एलजेपी ने अकेले चुनाव मैदान में उतरने का ऐलान किया था. एलजेपी ने जेडीयू के खिलाफ अपने उम्मीदवार उतारे हैं. एलजेपी अध्यक्ष चिराग पासवान पहले भी यह साफ कर चुके हैं कि वे नीतीश कुमार को नेता नहीं मानेंगे.