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मटिहानी सीटः तीन बार जीत चुकी है सीपीआई, इस बार हैट्रिक लगाना चाहेगी जदयू

मटिहानी विधानसभा सीट पर 2015 के विधानसभा चुनाव में जदयू के बोगो ने भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) प्रत्याशी सर्वेश सिंह को मात देते हुए 89,297 (49.0%) जीत हासिल की थी. सर्वेश सिंह को 66,609 (36.5%) मतों के साथ दूसरे स्थान पर रहना पड़ा था.

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मटिहानी सीट पर सबसे अधिक तीन बार सीपीआई को मिली जीत
मटिहानी सीट पर सबसे अधिक तीन बार सीपीआई को मिली जीत
स्टोरी हाइलाइट्स
  • मटिहानी के रचियाही में 1957 में हुई थी बूथ कैप्चरिंग
  • सबसे अधिक तीन बार सीपीआई को मिली यहां से जीत
  • 2010, 2015 के चुनावों में जदयू को मिली लगातार जीत

बेगूसराय जिले की मटिहानी विधानसभा सीट पर जेडीयू और माकपा के बीच सीधा मुकाबला है. माकपा ने राजेंद्र प्रसाद सिंह को जबकि जेडीयू ने नरेंद्र कुमार सिंह को मैदान में उतारा है. वहीं एलजेपी ने राज कुमार को सिंह को टिकट दिया है. इस सीट पर तीन नवंबर को हुई पोलिंग के दौरान 60.7% मतदान दर्ज किया गया. चुनाव के नतीजे 10 नवंबर को आएंगे.

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मटिहानी विधानसभा सीट पर ज्यादातर समय लेफ्ट का दबदबा रहा है. हालांकि पिछले दो विधानसभा चुनावों से यहां जदयू की जीत बरकरार है. 2015 के चुनावों में जदयू उम्मीदवार बोगो सिंह विधानसभा सदस्य निर्वाचित हुए थे.

क्या रहा 2015 का नतीजा

मटिहानी विधानसभा सीट पर 2015 के विधानसभा चुनाव में जदयू के बोगो ने भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) प्रत्याशी सर्वेश सिंह को मात देते हुए 89,297(49.0%) जीत हासिल की थी. सर्वेश सिंह को 66,609 (36.5%) मतों के साथ दूसरे स्थान पर रहना पड़ा था. वहीं कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ इंडिया (सीपीआई) की शोभा देवी 11,232 (6.2%) मतों के साथ तीसरे स्थान पर रही थीं.

इसी तरह 2010 के चुनावों में भी जदयू उम्मीदवार बोगो सिंह ने जीत हासिल की थी और 60,530 (40.5%) मतों के साथ कांग्रेस के उम्मीदवार अभय कुमार सर्जन को मात दी थी. अभय कुमार सर्जन 36,702 (24.6%) मतों के साथ दूसरे स्थान पर रहे. वहीं सर्वेश कुमार निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर मैदान में उतरे थे जिन्हें 16,667 (11.2%) मत हासिल हुए थे.

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चुनावी इतिहास

भारत में बूथ कैप्चरिंग की पहली घटना 1957 में बेगूसराय के मटिहानी विधानसभा सीट के रचियाही में उस वर्ष के आम चुनावों में देखने को मिली थी. मटिहानी का चुनावी इतिहास देखें तो पता चलता है कि इस सीट पर सबसे अधिक सीपीआई को तीन बार जीत मिली है. 1980 और 1985 के विधानसभा चुनावों में यहां से कांग्रेस के प्रमोद कुमार शर्मा ने लगातार जीत हासिल की थी. 1990, 1995 और 2000 में लगातार तीन बार सीपीआई के उम्मीदवार राजेंद्र रंजन विधानसभा सदस्य चुने जाते रहे. निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर नरेंद्र कुमार सिंह अक्टूबर 2005 और फरवरी 2005 के चुनावों में लगातार जीते. 2010 और 2015 में जदयू को यहां से जीत मिली.

सामाजिक ताना-बाना

जनगणना 2011 के मुताबिक बेगुसराय लोकसभा सीट के तहत आने वाली मटिहानी विधानसभा क्षेत्र की कुल आबादी 4, 63,032 है. इसमें 72.4% आबादी गांवों में और 27.6% लोग शहरों में रहते हैं. इसमें अनुसूचित जाति और जनजाति का अनुपात क्रमशः 12.37 और 0.09 फीसदी है. 2015 के विधानसभा चुनावों में 59.81% मतदान हुआ था.


 

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