
बेगूसराय जिले के मटिहानी विधानसभा क्षेत्र से लगातार चार बार विधायक रहे नरेंद्र कुमार उर्फ बोगो सिंह एक बार फिर मैदान में हैं. उन्होंने जेडीयू उम्मीदवार के रूप में अपना नामांकन पत्र दाखिल किया है. बोगो सिंह के खिलाफ दर्ज आपराधिक मामलों की फेहरिस्त काफी लंबी है लेकिन वे पीएम मोदी के राष्ट्रवाद और नीतीश कुमार के विकासवाद के भरोसे जीत को लेकर आश्वस्त नजर आते हैं. करोड़पति बोगो सिंह खुद को कॉमनमैन ही बताते हैं. चार बार से विधायक हैं लेकिन खुद को पॉलिटिकल पर्सन तक नहीं मानते.
बोगो सिंह 2005 में सबसे पहले निर्दलीय चुनाव लड़े और विधायक बने. इसके बाद से वे लगातार इस सीट पर अपना कब्जा जमाए हुए हैं. 2010 में बोगो सिंह जेडीयू में शामिल हुए. वर्तमान में वे जेडीयू से विधायक हैं. Aajtak.in से बात करते हुए उन्होंने कहा कि मोदी के राष्ट्रवाद और नीतीश कुमार के विकासवाद पर आगे बढ़ते हुए हमने शिक्षा, स्वास्थ्य, सड़क, बिजली हर मामले में बेहतर कार्य किए हैं. इसलिए जनता मुझे फिर से विजयी बनाएगी.
अपने काम गिनाते हुए बोगो सिंह कहते हैं कि बेगूसराय जिले के सभी हाई स्कूलों में हमने एक ऑडिटोरियम बनाने का काम किया है ताकि बच्चों को शिक्षा के अलावा कला, संस्कृति के क्षेत्र में अपने कौशल दिखाने का मौका मिले. आज मटिहानी विधानसभा शिक्षा के क्षेत्र में अन्य विधानसभाओं से बहुत आगे है. बेगूसराय जिले में जल्द ही एक मेडिकल कॉलेज खुलने वाला है. इसके अलावा गंगा नदी पर एक नए पुल की सौगात बेगूसराय के लोगों को मिलने जा रही है.
बेगूसराय में बरौनी थर्मल और एनटीपीसी गंगा नदी के पास राज्य सरकार राख घर (एश यार्ड) बनाना चाहती है. जिसके लिए सरकार पर किसानों की लगभग 500 एकड़ उपजाऊ जमीन पर कब्जा करने का आरोप है. इसको लेकर किसान कई बार सड़को पर प्रदर्शन कर चुके है, लेकिन बोगो सिंह इसे विपक्ष की साजिश करार देते हैं.
जेडीयू विधायक बोगो सिंह के खिलाफ आपराधिक मामलों की लंबी फेहरिस्त है. उनपर हत्या, हत्या की धमकी, डकैती समेत कई आपराधिक मामले दर्ज हैं. चुनावी हलफनामे में दी गई जानकारी के मुताबिक साल 2005 में उनपर 12, साल 2009 में 11 और 2015 में 15 केस दर्ज थे. जेडीयू विधायक बोगो सिंह के खिलाफ हत्या के तीन मामले (आईपीसी सेक्शन 302), हत्या की कोशिश का एक मामला (आईपीसी सेक्शन 307), डकैती (आईपीसी सेक्शन 392), फर्जी सबूत और हत्या की धमकी देने के मामले अलग-अलग थानों में दर्ज हैं. हालांकि, अभी तक किसी भी मामले में बाहुबली बोगो सिंह पर आरोप साबित नहीं हुए हैं.
बोगो सिंह की अगर संपत्ति की बात करें तो चुनावी हलफनामे के मुताबिक साल 2005 के विधानसभा चुनाव में उनकी संपत्ति 66 लाख 27 हजार रुपये थी. वहीं लोकसभा चुनाव 2009 के हलफनामे के मुताबिक उनकी संपत्ति बढ़कर 1 करोड़ 11 लाख 37 हजार रुपये हो गई. वहीं 2015 के विधानसभा चुनाव में दी गई जानकारी के मुताबिक उनकी संपत्ति बढ़कर 5 करोड़ 61 लाख, 97 हजार रुपये हो गई. बाहुबली विधायक बोगो सिंह को गाड़ियों का भी शौक है. उनके पास एक आईकॉन कार, 2 स्कॉर्पियो एसयूवी, एक बोलेरो, एक ट्रैक्टर और एक बीट कार है. बोगो सिंह के पास कृषि योग्य भूमि भी है.
बता दें, बिहार में इस बार तीन चरणों में चुनाव होगा. पहले चरण की वोटिंग 28 अक्टूबर, दूसरे चरण की वोटिंग 3 नवंबर और तीसरे चरण की वोटिंग 7 नवंबर को होगी. जबकि वोटों की गिनती 10 नवंबर को होगी. पहले चरण यानी 28 अक्टूबर को 16 जिलों की 71 सीटों पर वोटिंग होगी. दूसरे चरण यानी 3 नवंबर को 17 जिलों की 94 विधानसभा सीटों पर वोटिंग होगी. जबकि तीसरे चरण यानी 7 नवंबर को 78 सीटों पर मतदान होगा.