बिहार विधानसभा चुनाव की तारीखों के ऐलान के बाद अब सियासी गठबंधन तेज हो गया है. BSP सुप्रीमो मायावती ने बिहार के दंगल में उतरने का मन बना लिया है. इस बार मायावती की पार्टी उपेंद्र कुशवाहा की RLSP के साथ गठबंधन में चुनाव लड़ेगी.
BSP प्रमुख मायावती ने बिहार की जनता को "सर्वजन हिताय, सर्वजन सुखाय" के सुखद ऐतिहासिक परिवर्तन की जरूरत है. इसके मद्देनजर BSP ने उपेंद्र कुशवाहा की राष्ट्रीय लोक समता पार्टी के साथ गठबंधन किया है. अगर बिहार की जनता का आशीर्वाद इस गठबंधन को मिलता है तो उपेंद्र कुशवाहा ही CM बनेंगे.
मायावती ने कहा कि बिहार विधानसभा चुनाव घोषित होते ही केंद्र और बिहार राज्य की योजनाओं की घोषणाएं शुरू हो गई हैं. 5 साल ये कुंभकर्ण की नींद सोते रहे पर जैसे ही चुनाव नजदीक आया तो घोषणाओं की बाढ़ इन्होंने लगा दी. एक तो कुदरती बाढ़ वहां आ रखी थी और ऊपर से घोषणाओं की बाढ़ भी लग गई.
आगे BSP प्रमुख ने कहा कि मंगलवार को चुनाव आयोग ने देश के कुछ राज्यों में लोकसभा और विधानसभा की खाली सीटों पर उपचुनाव का ऐलान किया है. इसमें हमारी पार्टी केवल दो राज्यों यूपी और मध्य प्रदेश में खाली हुई विधानसभा सीटों पर पूरी तैयारी और दमदारी के साथ अकेले उतरेगी.
इधर, पूर्व केंद्रीय मंत्री और RLSP अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा ने यूपीए से नाता तोड़ लिया है. उपेंद्र कुशवाहा बिहार चुनाव के लिए बीएसपी और वीआईपी पार्टी के साथ मिलकर तीसरा मोर्चा बनाया है. यह मोर्चा कुशवाहा के नेतृत्व में चुनाव लड़ेगा. यूपीए से मोहभंग होने के बाद उपेंद्र कुशवाहा एनडीए के भी संपर्क में थे, लेकिन सीटों के बंटवारे पर सहमति नहीं बन पाई.
इन पार्टियों ने भी किया है गठबंधन
जन अधिकार पार्टी के संरक्षक और पूर्व सांसद पप्पू यादव ने भी प्रगतिशील लोकतांत्रिक गठबंधन का गठन किया है. जिसमें तीन छोटे दल चंद्रशेखर आजाद की आजाद समाज पार्टी, सोशलिस्ट डेमोक्रेटिक पार्टी और बहुजन मुक्ति पार्टी शामिल है. इसके अलावा असदुद्दीन ओवैसी की एआईएमआईएम ने भी पूर्व केंद्रीय मंत्री देवेंद्र यादव की समाजवादी जनता दल (लोकतांत्रिक) के साथ चुनावी गठबंधन किया है.