बिहार विधानसभा चुनाव के तारीखों का ऐलान होते ही सभी राजनीतिक दल अपने-आने जीत के लिए प्रयास में लग गए है. औरंगाबाद के नबीनगर विधानसभा क्षेत्र में भी चुनावी हलचल तेज हो गई है. नबीनगर जेडीयू का गढ़ माना जाता रहा है. पिछले दो विधानसभा चुनाव में जेडीयू ने इस सीट से जीत हासिल की है. उसे इस बार के चुनाव में हैट्रिक की उम्मीद है.
नबीनगर के मौजूदा विधायक वीरेन्द्र कुमार फिर से अपनी किस्मत आजमाने मैदान में उतर गए है. उन्होंने जेडीयू से अपना नॉमिनेशन भी कर दिया है. तो इस बार आरजेडी से विजय कुमार ने भी अपना नॉमिनेशन कर दिया है. ऐसे में सवाल यह उठता है कि इस बार के चुनाव में जेडीयू क्या अपना इतिहास दोहरा पायेगी या फिर जीत का सेहरा आरजेडी के सिर बंधेगा? हालांकि इसका फैसला तो चुनाव परिणाम आने के बाद ही हो पाएगा.
पिछले चुनाव की बात करें तो इस विधानसभा सीट पर 53 प्रतीशत वोटिंग हुई थी. इस सीट से जेडीयू के वीरेंद्र कुमार सिंह मौजूदा विधायक हैं. 1995 के चुनाव में इस सीट से जनता दल के वीरेंद्र कुमार सिंह के सिर जीत का सेहरा सजा था. साल 1996 के उप-चुनाव में फिर पासा पलटा और समता पार्टी की लवली आनंद ने जीत हासिल की. बाद में आरजेडी के भीम कुमार ने 2000 में इस सीट पर कब्जा जमाया था. जिन्होंने 2005 के चुनाव में भी इस सीट पर अपना कब्ज़ा बरकरार रखा. 2010 और 2015 में हुए चुनाव में जीत हासिल कर जेडीयू ने इस सीट पर फिलहाल अपना कब्जा जमा रखा है.
नबीनगर सीट पर पिछले दो चुनावों से जेडीयू का कब्जा है. 2010 के चुनाव में जेडीयू के वीरेंद्र कुमार सिंह ने 11834 मतों के अंतर से आरजेडी के विजय कुमार सिंह को मात दी थी. वीरेन्द्र कुमार सिंह को 36860 मत मिले थे, वहीं विजय को 25,036 वोट हासिल हुए थे. वहीं 2015 के चुनाव में वीरेंद्र कुमार सिंह ने एक बार फिर बाजी मार ली औऱ जीत का सेहरा अपने नाम कर लिया. जेडीयू के वीरेन्द्र कुमार सिंह ने बीजेपी के गोपाल नारायण सिंह को करारी मात दी थी. वीरेन्द्र कुमार को 42035 वोट मिले थे तो गोपाल नारायण सिंह को 36774 वोट पर ही संतोष करना पड़ा था. (इनपुट- अभिनेश कुमार सिंह)
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