बिहार विधानसभा चुनाव में कोरोना का खौफ भारी पड़ सकता है. मतदाताओं के अंदर से इस खौफ को निकालना और वोट प्रतिशत को बढ़ाना मुजफ्फरपुर प्रशासन के लिए बड़ी चुनौती बना हुआ है. कोरोना काल के संकट में कम मतदान वाले 322 बूथों पर वोट प्रतिशत को ठीक करना प्रशासन की प्राथमिकता है. पिछले विधानसभा चुनाव की बात करें तो सबसे अधिक वोट बोचहां में 65.50 प्रतिशत और सबसे कम औराई में 55.43 प्रतिशत हुआ था.
जिला निर्वाचन पदाधिकारी सह-जिलाधिकारी डॉ. चंद्रशेखर सिंह ने सभी निर्वाचन पदाधिकारी को अपने अपने विधान सभा क्षेत्र में वाेट प्रतिशत को सुधारने की जिम्मेदारी सौंपी है. इसके लिए एक बार सभी बूथों पर बैठक भी की गई है. लोगों से कम वोट प्रतिशत की वजह पूछी जा रही है. बूथ की दूरी व अन्य किसी कारणों से मतदाता पिछले चुनाव में वोट नहीं दे पाए, उन्हें इस बार इस समस्या का सामना नहीं करना पड़ेगा. इसके लिए बीएलओ से लेकर एआरओ तक को जिम्मेवारी दी गयी है.
मतदान केंद्रों पर बुनियादी सुविधा की पूरी व्यवस्था करने के आदेश
बूथवार महिला निर्वाचकों, युवा मतदाताओं, पीडब्ल्यूडी वोटर्स, 80 साल से ऊपर के मतदाताओं की अधतन स्थिति की जानकारी ली गयी है. मतदान केंद्रों पर बुनियादी सुविधा जैसे पीने के पानी, शौचालय, बुजुर्ग के लिए बैठने की व्यवस्था, दिव्यांग के लिए रैंप आदि के पूरे इंतजाम करने के निर्देश दिए गए हैं. लोकसभा चुनाव में हुए मतदान से तुलना करें तो विधानसभा चुनाव से थोड़ा अधिक 61.55 प्रतिशत मतदान हुआ था. लोकसभा चुनाव में में बरूराज, पारु, बोचहां, गायघाट, सकरा, कांटी में 60 फीसद व इससे ज्यादा वोट प्रतिशत रहा था.
पिछले विधानसभा चुनाव में वोटिंग का प्रतिशत
क्षेत्र वोटिंग प्रतिशत
नगर 58.24%
गायघाट 57.44%
औराई 55.43%
औराई 55.43%
मीनापुर 64.85%
बोचहां 65.50%
कुढ़नी 65.13%
कांटी 65.24%
बरुराज 60.36%
साहेबगंज 58.11%
पारू® 60.11%