कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी 28 अक्टूबर को बिहार में दो जनसभाओं को संबोधित करेंगे. वाल्मीकि नगर (पश्चिम चंपारण) और कुशेश्वरस्थान (समस्तीपुर) में राहुल गांधी चुनावी प्रचार के लिए उतरेंगे. दूसरे चरण के तहत वाल्मीकि नगर में आरजेडी नेता तेजस्वी यादव के साथ उनकी संयुक्त रैली होगी.
इससे पहले राहुल गांधी और राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी नेता) तेजस्वी यादव ने 23 अक्टूबर को नवादा में चुनावी रैली को संबोधित किया था. राहुल गांधी ने चीन की ओर से किए गए अतिक्रमण और प्रवासी मजदूरों का मसला उठाया तो तेजस्वी यादव ने लोगों को रोजगार देने का वादा किया. राहुल की यह पहली चुनावी रैली थी. इसके बाद उन्होंने भागलपुर पर जनसभा की थी.
नवादा रैली में उठाया था चीन का मुद्दा
नवादा रैली में राहुल गांधी ने कहा था कि जब बिहार के युवा सैनिक शहीद हुए, उस दिन हिंदुस्तान के प्रधानमंत्री ने क्या कहा और क्या किया, सवाल ये है. लद्दाख मैं गया हूं, लद्दाख में हिंदुस्तान की सीमा पर बिहार के युवा अपना खून-पसीना देकर जमीन की रक्षा करते हैं. चीन ने हमारे 20 जवानों को शहीद किया और हमारी जमीन पर कब्जा किया, लेकिन प्रधानमंत्री ने झूठ बोलकर हिंदुस्तान की सेना का अपमान किया.
पलायन के मुद्दे पर पीएम को घेरा था
प्रवासी मजदूरों के पलायन का मसला उठाते हुए राहुल गांधी ने कहा था कि पलायन कर रहे प्रवासी मजदूरों की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मदद नहीं की. यही सच्चाई है. मुझे पूरा भरोसा है कि इस बार बिहार सच्चाई को पहचानने जा रहे हैं. इस बार बिहार नरेंद्र मोदी और नीतीश कुमार को जवाब देने जा रहा है.
बता दें कि महागठबंधन में आरजेडी 144 सीटों पर जबकि कांग्रेस 70 और लेफ्ट के दल 29 सीटों पर चुनाव लड़ रहे हैं. नवादा में तेजस्वी यादव और राहुल गांधी की संयुक्त रैली में भारी भीड़ उमड़ी थी.