बिहार विधानसभा चुनाव (Bihar Election 2020) में बेरोजगारी एक बड़ा मुद्दा बनकर सामने आ रहा है. जिस पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और महागठबंधन के मुख्यमंत्री दावेदार तेजस्वी यादव के बीच जुबानी तीर चल रहे हैं. तेजस्वी यादव ने कुछ दिन पहले वादा किया था कि अगर महागठबंधन की सरकार बनती है तो वह कैबिनेट की पहली बैठक में ही बिहार में 10 लाख युवाओं को सरकारी नौकरी (Sarkari Naukri) देंगे.
तेजस्वी यादव के इस बड़े दावे पर नीतीश कुमार ने तेजस्वी को अनुभवहीन नेता करार दे दिया. नीतीश कुमार ने अपनी चुनावी सभा में कहा कि दुनिया में ऐसा कोई देश नहीं है जहां सरकारी सेवा में ही सबको नौकरी मिलती हो. नीतीश कुमार ने कहा कि तेजस्वी का दावा पूरी तरीके से हवा हवाई है.
तेजस्वी पर हमला करते हुए नीतीश कुमार ने सवाल पूछते हुए कहा, उन्हें यह बताना चाहिए कि लालू राबड़ी शासनकाल में आखिर बिहार के कितने युवाओं को रोजगार मिला? हालांकि, तेजस्वी यादव ने आज एक बार फिर से दोहराया है कि उनकी सरकार बनने के बाद वह कैबिनेट की पहली बैठक में ही बिहार के युवाओं को 10 लाख सरकारी नौकरियां देंगे.
If we form the govt, the first thing we'll do at the first cabinet meet is to sanction jobs for 10 lakh youth. These will be government jobs and permanent in nature: RJD leader Tejashwi Yadav, ahead of filing nomination from Raghopur today, for the upcoming #BiharElections2020 pic.twitter.com/UMWwMMxq3y
— ANI (@ANI) October 14, 2020
तेजस्वी यादव आज राघोपुर विधानसभा से नामांकन कर रहे हैं. राघोपुर में चुनाव दूसरे चरण में 3 नवंबर को होना है. तेजस्वी यादव के नामांकन में शामिल होने के लिए उनके बड़े भाई तेज प्रताप यादव जी उनके साथ हैं.
तेजस्वी यादव ने नामांकन से पहले कहा, मैंने सौगंध ली है कि बिहार के हित में सदा कार्य करता रहूंगा. हर बिहारवासी को जब तक उनका हर अधिकार नहीं दिला देता, चैन से बैठने वाला नहीं हूं. इस सौगंध को पूरा करने के क्रम में आज नामांकन करने जा रहा हूं. परिवर्तन के इस शंखनाद में आपके स्नेह, समर्थन और आशीर्वाद का आकांक्षी हूं.
बता दें कि बिहार में तीन चरणों में विधानसभा के चुनाव होंगे. पहले चरण के लिए 28 अक्टूबर को वोटिंग होगी. दूसरे चरण में 3 नवंबर और तीसरे चरण में 7 नवंबर को वोट डाले जाएंगे. वोटों की गिनती 10 नवंबर को होगी.