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बिहार की तरैया विधानसभा सीट पर बीजेपी के जनक सिंह को जीत हासिल हुई है. उन्होंने 11307 वोटों के अंतर से आरजेडी के सिपाही लाल महतो को चारो खाने चित कर दिया. इस विधानसभा सीट पर 3 नवंबर को वोट डाले गए थे जिसमें कुल 57.90% मतदान हुआ था. बिहार के सारण जिले में आने वाले तरैया विधानसभा सीट पर इस बार का चुनाव काफी दिलचस्प रहा. आरजेडी नेता मुद्रिका प्रसाद राय 2015 में यहां से विधायक बने, उन्होंने साल 2015 के विधानसभा चुनावों में भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवार और पूर्व विधायक जनक सिंह को हराया था. हालांकि, इस बार पूर्व सांसद प्रभुनाथ सिंह के भतीजे सुधीर सिंह भी मैदान में थे, लेकिन उन्हें भी कामयाबी हासिल नहीं हुई.
इस बार के मुख्य उम्मीदवार
वहीं, सुधीर सिंह के पिता और आरजेडी नेता केदारनाथ सिंह को बनियापुर विधानसभा सीट से एक बार फिर जीत हासिल हुई है. ऐसे में एक राजनीतिक परिवार से आने की वजह से भी सुधीर सिंह आरजेडी और एनडीए उम्मीदवारों के लिए मुसीबत बन सकते थे. लेकिन इस बार उन्हें हार का सामना करना पड़ा.
राजनीतिक पृष्ठभूमि
तरैया विधानसभा सीट पर 1967 में पहली बार चुनाव हुए और अभी तक कुल 13 बार यहां के लोगों को विधायक चुनने का मौका मिला. इसमें आरजेडी ने सबसे ज्यादा 3 बार जीत हासिल की. वहीं बीजेपी, जनता दल और कांग्रेस का 2-2 बार कब्जा रहा. हालांकि कांग्रेस को 1980 के बाद से इस सीट पर जीत नहीं मिली है.
पिछले 5 विधानसभा चुनावों की बात करें तो 3 बार आरजेडी को जीत मिली है. वहीं एक बार लोजपा और एक बार बीजेपी 1-1 बार लोगों ने मौका दिया. हालांकि, फरवरी 2005 के विधानसभा चुनावों में लोजपा के टिकट पर जीत हासिल करने वाले जनक सिंह ने बाद में पाला बदल लिया और बीजेपी में शामिल हो गए. बीजेपी ने उन्हें पिछले तीन चुनावों में अपना उम्मीदवार बनाया जिसमें उन्हें सिर्फ एक बार 2010 में जीत हासिल हुई थी.
सामाजिक ताना-बाना
महाराजगंज लोकसभा क्षेत्र के तहत आने वाले इस विधानसभा में पूरी की पूरी आबादी ग्रामिण है. इसमें 11.29 फीसदी लोग एससी वर्ग के हैं और 0.16 फीसदी लोग एसटी वर्ग से आते हैं.
2015 का जनादेश
2015 के विधानसभा चुनावों में यह सीट RJD के खाते में गई थी. आरजेडी नेता मुद्रिका प्रसाद राय ने भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवार और पूर्व विधायक जनक सिंह को 20 हजार से भी ज्यादा के मतों के अंतर से हराया था. मुद्रिका प्रसाद राय को 69 हजार वोट मिले थे वहीं, जनक सिंह को 48500 के करीब वोट मिले थे.
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