बिहार में चुनावी माहौल अब निर्णायक दौर में पहुंच गया है. ऐसे में पूर्वी चंपारण के मोतिहारी से चुनावी माहौल जानना जरूरी हो जाता है. 1917 में इसी भूमि पर महात्मा गांधी ने अपने कदम रखे थे. यह धरती सत्याग्रह की धरती है. यहीं से देशभर में सत्याग्रह की शुरुआत हुई थी, जिसके लिए पूरा भारत एकजुट हो गया. यही वो जगह है, जहां से भारत के स्वाधीनता की मजबूत नींव पड़ी. मोतिहारी के वोटरों से जानेंगे कि सत्ता के लिए कौन सी राजनीतिक पार्टियां, कितना संघर्ष कर रही हैं. किसे सत्ता के शिखर पर जनता बैठाएगी, किसे निराशा हाथ लगेगी. जानिए क्या है वोटर्स का मूड. देखिए बुलेट रिपोर्टर, चित्रा त्रिपाठी के साथ.