जेल में बंद पूर्व सासंद आनंद मोहन की मां गीता देवी ने कहा कि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को वो अपना बड़ा बेटा मानती हैं पर उन्होंने उनके साथ बदमाशी की. उन्हें अब उनकी परवाह नहीं है. तीन बार मेरे पैर छूकर गए लेकिन मेरे साथ धोखा किया. मैं नीतीश को बड़ा बेटा और आनंद मोहन को छोटा बेटा मानती थी. (इनपुट- धीरज कुमार सिंह)
जेल में बंद पूर्व सांसद आनंद मोहन की 95 वर्षीय मां गीता देवी ने कहा कि मैं हमेशा नीतीश कुमार के पीछे रही. तीन बार मेरे घर आया. मेरे पैर छूकर आशीर्वाद लिया. मैंने आशीर्वाद दिया. आज मुझे यही दिन देखना था. अब मैं मरने की स्थिति में हूं.
स्व. रामबहादुर बाबू के समय से ही तीन पुश्तें राजनीति में हैं. फिर भी नीतीश के राज में हमें ये दिन देखना पड़ रहा है. नीतीश को बड़ा बेटा मानती थी. उसके लिए सारी रात चुनाव प्रचार में घूमती थी लेकिन अब उसे मेरी परवाह नहीं है.
गीता देवी ने कहा कि मेरा जाना तो तय है. नीतीश ने आशा की किरण दिखाकर निराशा दिलाई. मेरे बड़े बेटे ने मेरे साथ बदमाशी की. बहुत नीचे स्तर पर आ गया है वो. मैं अब भी उसे बड़ा बेटा ही समझती हूं. पहले भी समझती थी लेकिन उन्होंने मुझे मां का दर्जा नहीं दिया.
जब वो नहीं माना तो मुझे जिधर सहारा मिला उधर चली गई. मेरा बड़ा बेटा बदल गया. छोटा बेटा जेल में सड़ रहा है. मैंने बड़े बेटे के लिए बहुत कुछ किया, लेकिन उन्होंने मेरे लिए कुछ नहीं किया. वो बदल गया है. मेरी बहू और पोता दोनों चुनाव में जीतेंगे. दोनों को मैं आशीर्वाद देती हूं. जनता का विश्वास है उसके साथ और मेरा बेटा जेल से बाहर निकलेगा.