बिहार विधानसभा चुनाव में आरजेडी विधायक मुंद्रिका राय टिकट कटने से नाराज हो गए हैं. अब निर्दलीय चुनाव मैदान में कूद पड़े हैं. उन्होंने तरैया से निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में नामांकन दाखिल किया है. इसके बाद तेजस्वी और पार्टी द्वारा बनाए गए उम्मीदवार पर जमकर निशाना साधा. मुंद्रिका राय ने कहा कि तेज रफ्तार तेजस्वी सरकार का नारा कैसे सफल होगा, जब खुद तेजस्वी ने अपने पैर में पत्थर बांध लिया है. वो कैसे दौड़ेंगे, जो कार्यकर्ता 25 साल से पार्टी में लगा है, उसका भी ख्याल पार्टी ने नहीं रखा.
मुंद्रिका राय ने कहा कि बाहरी को उम्मीदवार बनाया. मैं जनता की मांग पर निर्दलीय चुनाव लड़ रहा हूं. उन्होंने कहा कि पिछले 25 साल से पार्टी में रहकर पहले मेरे बडे़ भाई रामदास राय ने इस क्षेत्र का प्रतिनिधित्व किया. उनकी मृत्यु के बाद मैंने 2015 से इस क्षेत्र से विधायक बनकर लोगों की सेवा की है.
आरजेडी पार्टी ने 75 साल के एक ऐसे आदमी को टिकट दिया है जो तरैया का न वोटर है, न यहां कभी आता जाता है. वो न चल सकता है, न बोलने लायक है, न खाने लायक है, न सोने लायक है. न किसी कार्यकर्ता के घर जाने लायक है. उसे आरजेडी ने उम्मीदवार बनाया है.
आरजेडी ने ऐसे लोगों को तरैया में थोपा है जिसे लेकर लोगों में दुविधा है. ऐसे लोगों को थोपना पार्टी की कौन सी बुद्धिमानी है, यह किसी को समझ में नहीं आ रहा है. पार्टी ने तरैया के लोगो को सोचने पे मजबूर कर दिया है कि पार्टी के विधायक, मतदाता और कार्यकर्ता जो पिछले 25 वर्षो से पार्टी के लिए कार्य कर रहे थे, उनका भी ख्याल नही रखा गया.