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दिल्ली में कैसे जीतेगी बीजेपी? शाह ने बूथ कार्यकर्ताओं को दिया ये फॉर्मूला

दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने रविवार को बूथ कार्यकर्ताओं को चुनाव जीतने का मंत्र दिया. इंदिरा गांधी इनडोर स्टेडियम में पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए अमित शाह ने कहा कि बाकी पार्टियों के लिए चुनाव सत्ता प्राप्त करने का साधन हो सकता है. लेकिन भाजपा लोकतंत्र में विश्वास करती है

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बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह  (फाइल फोटो-PTI)
बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह (फाइल फोटो-PTI)

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  • बूथ कार्यकर्ताओं को चुनाव जीतने का मंत्र दिया
  • हम मानते हैं कि चुनाव लोकतंत्र का उत्सव-शाह

दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने रविवार को बूथ कार्यकर्ताओं को चुनाव जीतने का मंत्र दिया. इंदिरा गांधी इनडोर स्टेडियम में पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए अमित शाह ने कहा कि बाकी पार्टियों के लिए चुनाव सत्ता प्राप्त करने का साधन हो सकता है. लेकिन भाजपा लोकतंत्र में विश्वास करती है.

अमित शाह ने कहा, हम मानते हैं कि चुनाव लोकतंत्र का उत्सव है. बीजेपी कार्यकर्ताओं के पास मौका है कि दिल्ली के घर-घर में जाकर सरकार की नीतियों को जनता तक पहुंचाएं.

अमित शाह ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि केजरीवाल जी अखबारों में अपनी फोटो वाला विज्ञापन देकर बधाई दे रहे हैं. अरे आपने कौन सा काम पूरा कर लिया, ये तो बताइए. 5 साल सरकार चलाने के बाद आप अब कामों को शुरु कर रहे हैं. हमने कहा था कि दिल्ली में अनधिकृत कॉलोनियों को अधिकृत करेंगे. नरेंद्र मोदी ने अनधिकृत कॉलोनियों को अधिकृत करने की शुरुआत कर दी है.

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केंद्र के काम में रुकावट बने केजरीवाल

दिल्ली में 15 लाख सीसीटीवी कैमरे लगने थे, लेकिन नहीं लगे. अनुबंधित शिक्षकों-कर्मचारियों को पक्का करना था, वो नहीं किया, और हम जो देना चाहते थे उसमें भी केजरीवाल रुकावट बने हैं. दिल्ली की जनता अब इन्हें जान चुकी है. केजरीवाल जी अखबारों में अपनी फोटो वाला विज्ञापन देकर बधाई दे रहे हैं. अरे आपने कौन सा काम पूरा कर लिया, ये तो बताइए. 5 साल सरकार चलाने के बाद आप अब कामों को शुरू कर रहे हैं.

अमित शाह ने कहा कि जनता को कोई झांसा सिर्फ एक बार दे सकता है, बार-बार नहीं दे सकता. एक बार केजरीवाज जी ने झांसा दे दिया. उसके बाद नगर निगम के चुनाव हुए तो आप पार्टी का सूपड़ा साफ हो गया. लोकसभा के चुनाव हुए तो आप पार्टी का सूपड़ा साफ हुआ और भाजपा का झंडा लहराया.

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