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Delhi Election 2020: दिल्ली की इन सीटों पर कांग्रेस नेताओं के बेटे-बेटियां टिकट के दावेदार

कांग्रेस आलाकमान दिल्ली में केजरीवाल की आम आदमी पार्टी (AAP) के खिलाफ अपने दिग्गज नेताओं को उतारने की कवायद में है. ऐसे में कांग्रेस के कई वरिष्ठ नेताओं के बेटे-बेटियां अपने-अपने पिता और परिवार की सियासी विरासत को आगे बढ़ाने के लिए विधानसभा चुनाव मैदान में किस्मत आजमाना चाहते हैं. इसके लिए उन्होंने अपनी परंपरागत सीट पर चुनावी तैयारी भी शुरू कर दी है.

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Delhi Election 2020-आसमानी शर्ट पहने मुदित अग्रवाल और साथ में पिता जेपी अग्रवाल
Delhi Election 2020-आसमानी शर्ट पहने मुदित अग्रवाल और साथ में पिता जेपी अग्रवाल

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  • दिल्ली में कांग्रेस के सामने खाता खोलने की चुनौती
  • जेपी अग्रवाल से महाबल मिश्रा तक के बेटे की दावेदारी

दिल्ली विधानसभा चुनाव में कांग्रेस अपने खोए हुए जनाधार को वापस पाने की जद्दोजहद कर रही है. ऐसे में कांग्रेस आलाकमान दिल्ली में केजरीवाल की आम आदमी पार्टी (AAP) के खिलाफ अपने दिग्गज नेताओं को उतारने की कवायद में है. ऐसे में कांग्रेस के कई वरिष्ठ नेताओं के बेटे-बेटियां अपने-अपने पिता और परिवार की सियासी विरासत को आगे बढ़ाने के लिए विधानसभा चुनाव में किस्मत आजमाना चाहते हैं. इसके लिए उन्होंने अपनी परंपरागत सीट पर चुनावी तैयारी भी शुरू कर दी है.

कांग्रेसी दिग्गज अपनी पसंदीदा सीट और इलाका नहीं छोड़ना चाहते हैं, लेकिन उम्र की वजह से वो राजनीतिक विरासत में इसे अपने बच्चों को सौंपने के लिए बेताब हैं. ऐसे में दिल्ली की कुल 70 विधानसभा सीटों में से करीब एक दर्जन सीट ऐसी हैं, जहां कांग्रेस के पूर्व विधायक और पूर्व सांसद अपने बेटे-बेटियों को चुनावी मैदान में उतारना चाहते हैं.

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महाबल मिश्रा के बेटे द्वारका से मांग रहे टिकट

पश्चिमी दिल्ली लोकसभा सीट से कांग्रेस के सांसद रहे महाबल मिश्रा के बेटे विनय मिश्रा द्वारका विधानसभा सीट से टिकट मांग रहे हैं. महाबल मिश्रा दिल्ली में पार्टी का पूर्वांचली चेहरा माने जाते हैं और उन्होंने पार्षद से सांसद तक का सफर तय किया है. महाबल मिश्रा के बेटे विनय मिश्रा 2013 में पालम सीट से चुनावी मैदान में उतरे थे, लेकिन जीत नहीं सके. अब एक बार उन्होंने टिकट की दावेदारी की है, लेकिन इस बार वो पालम के बजाय द्वारका सीट से किस्मत आजमाना चाहते हैं.

जेपी अग्रवाल के बेटे मुदित अग्रवाल भी दौड़ में

पूर्व सांसद और कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष जेपी अग्रवाल के बेटे मुदित अग्रवाल भी इस बार चुनाव लड़ना चाहते हैं. इसके लिए उन्होंने टिकट की डिमांड की है और चांदनी चौक सीट से चुनाव लड़ना चाहते हैं. हालांकि इस सीट से मौजूदा विधायक अलका लांबा आम आदमी पार्टी से नाता तोड़कर कांग्रेस में शामिल हो चुकी हैं और चुनावी मैदान में उतरना चाहती हैं. ऐसे में कांग्रेस के शीर्ष नेतृत्व के सामने बड़ा संकट खड़ा हो गया है और वो अलका लांबा और मुदित अग्रवाल में से किसे टिकट दे.

कांग्रेस के ये दिग्गज अपने बेटी के लिए मांग रहे टिकट

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दिल्ली कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष सुभाष चोपड़ा कालकाजी विधानसभा सीट से खुद लड़ने के बजाय अपनी बेटी शिवानी चोपड़ा को उम्मीदवार बनाना चाहते हैं. सुभाष चोपड़ा इस सीट से लगातार विधायक रहे हैं और 2015 में उन्हें आम आदमी पार्टी के प्रत्याशी के हाथों हार का मुंह देखना पड़ा है. इस बार के चुनाव में सुभाष चोपड़ा खुद चुनाव लड़ने के बजाय अपनी बेटी को चुनावी मैदान में उतारने का मन बनाया है. ऐसे में माना जा रहा है कि शिवानी चोपड़ा कालकाजी से चुनावी ताल ठोक सकती हैं.

सज्जन कुमार के बेटे भी लड़ सकते हैं चुनाव

पूर्व मंत्री और दिल्ली विधानसभा अध्यक्ष रहे योगानंद शास्त्री भी मालवीय नगर से अपनी बेटी के लिए टिकट चाहते हैं. इस सीट से योगानंद शास्त्री 1998 से 2008 तक लगातार विधायक रहे हैं और शीला दीक्षित की सरकार में मंत्री रहे हैं. अब वो अपनी बेटी को राजनीतिक विरासत सौंपना चाहते हैं. दक्षिण दिल्ली से सांसद रहे सज्जन कुमार के बेटे जगप्रवेश भी चुनावी मैदान में उतरना चाहते हैं. वो संगम विहार विधानसभा सीट से टिकट की चाहत में हैं.

ऐसे ही मॉडल टाउन विधानसभा सीट से कंवर करण सिंह इस बार अपनी बेटी को उम्मीदवार बनाना चाहते हैं. इसी तरह से मुस्तफाबाद सीट से विधायक रहे हसन अहमद भी अपने बेटे के लिए टिकट मांग रहे हैं. ऐसे में देखना है कि कांग्रेस शीर्ष नेतृत्व पार्टी के किन दिग्गज नेताओं के बच्चों के टिकट देकर दिल्ली के चुनावी मैदान में उतारती है.

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