दिल्ली विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी को प्रचंड जीत मिली है. इंडिया टुडे–एक्सिस माय इंडिया एग्जिट पोल मंगलवार को चुनाव नतीजों में तब्दील होते नजर आए. दिल्ली की जनता ने तीसरी बार अरविंद केजरीवाल को मुख्यमंत्री बनने का जनादेश दिया. लोगों को अब इंतजार अंतिम परिणामों का है. ऐसे में हम आपको उन सीटों के हाल बता रहे हैं, जहां से केजरीवाल मंत्रिमंडल के चेहरे चुनावी मैदान में उतरे थे.
नई दिल्ली सीट से अरविंद केजरीवाल
नई दिल्ली विधानसभा सीट से मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल एक बार फिर मैदान में थे. केजरीवाल के खिलाफ बीजेपी से सुनील यादव और कांग्रेस से रोमेश सबरवाल किस्मत आजमा रहे थे. नई दिल्ली में केजरीवाल को टक्कर देने के लिए कुल 27 उम्मीदवार उतरे थे. नौ राउंड की गिनती के बाद अरविंद केजरीवाल को कुल 30,611 वोट मिले, जबकि उनके नजदीकी उम्मीदवार सुनील यादव को 13,809 वोट ही मिले.
पटपड़गंज से जीते मनीष सिसोदिया
पटपड़गंज सीट से दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया तीसरी बार चुनाव मैदान में थे. यहां से बीजेपी के रविन्द्र सिंह नेगी और कांग्रेस से लक्ष्मण रावत ने ताल ठोंकी थी. शुरुआती रुझानों में मनीष सिसोदिया बढ़त बनाए हुए थे, लेकिन बाद में बीजेपी उम्मीदवार ने उन्हें कड़ी टक्कर दी. हालांकि 11वें राउंड के बाद सिसोदिया ने वापस अपनी बढ़त बना ली थी, जिसके बाद 15वें राउंड की गिनती के बाद मनीष सिसोदिया की जीत की घोषणा की गई. मनीष सिसोदिया को 70,163 वोट मिले, जबकि उनके सबसे करीबी बीजेपी उम्मीद रविंद्र सिंह नेगी को 66,956 वोट मिले.
शकूरबस्ती सीट से जीते सत्येंद्र जैन
दिल्ली की शकूरबस्ती विधानसभा सीट से केजरीवाल सरकार के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने जीत दर्ज की है. उन्होंने भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी डॉ. एस. सी. वत्स को 7592 वोटों के अंतर से करारी हार दी. इस चुनाव में कांग्रेस ने देवराज अरोड़ा उम्मीदवार बनाया था. साल 2015 में सत्येंद्र जैन ने इसी सीट से करीब 3133 हजार मतों से जीत दर्ज की थी. इस सीट पर शुरुआत में आम आदमी पार्टी और बीजेपी के बीच कड़ी टक्कर देखने को मिल रही थी, लेकिन 11 राउंड की गिनती के बाद स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन के जीत का ऐलान कर दिया गया.
यह भी पढ़ें: जानें दिल्ली की 12 VIP सीटों का हाल
बाबरपुर से गोपाल राय ने मारी बाजी
दिल्ली के बाबरपुर विधानसभा सीट से आम आदमी पार्टी के श्रम मंत्री गोपाल राय ने एक बार फिर से जीत दर्ज की है. बीजेपी ने नरेश गौड़ और कांग्रेस से अन्वीक्षा त्रिपाठी जैन को हराया. गोपाल राय ने 33,062 वोटों के अंतर से जीत हासिल की. दूसरे नंबर पर भारतीय जनता पार्टी के नरेश गौड़ रहे. गोपाल राय को 84,776 वोट मिले, जबकि नरेश गौड़ को 51,714 वोट मिले. इससे पहले साल 2015 में गोपाल राय इस सीट से विधायक चुने गए थे.
बल्लीमारान सीट से इमरान हुसैन ने मारी बाजी
मुस्लिम बाहुल्य बल्लीमारान सीट पर मौजूदा मंत्री और पूर्व मंत्री आमने आमने थे. हालांकि जीत आदमी पार्टी के नेता और खाद्य मंत्री इमरान हुसैन को जीत मिली, जबकि कांग्रेस के हारुन यूसुफ और बीजेपी की लता सोढ़ी को हार का मुंह देखना पड़ा. इमरान हुसैन ने 36,172 वोटों के अंतर से जीत हासिल की.
इस चुनाव में इमरान हुसैन को 65,644 वोट मिले, जबकि दूसरे नंबर पर रहीं बीजेपी की लता को 29,472 मिले. इससे पहले साल 2015 में आम आदमी पार्टी के टिकट पर इमरान हुसैन ने जीत दर्ज की थी.
कैलाश गहलोत ने नजफगढ़ सीट जीती
नजफगढ़ विधानसभा सीट से आम आदमी पार्टी के नेता और दिल्ली के राजस्व व परिवहन मंत्री कैलाश गहलौत ने परचम लहराया है. उन्होंने बीजेपी के प्रत्याशी अजीत खरखरी को 6,231 वोटों के अंतर से करारी मात दी. इस चुनाव में कांग्रेस पार्टी ने साहिब सिंह को प्रत्याशी बनाया था. साल 2015 में कैलाश गहलोत सबसे कम वोटों से जीतने वाले विधायक बने थे. इसके बाद केजरीवाल सरकार में मंत्री बने थे.
Delhi Election Results 2020 Live: चुनाव नतीजों से जुड़े सबसे तेज अपडेट्स, जानिए यहां
AAP के राजेंद्र पाल गौतम ने सीमापुरी दर्ज की जीत
सीमापुरी विधानसभा सीट से आम आदमी पार्टी के नेता और दिल्ली के सहकारी मंत्री राजेंद्र पाल गौतम को जीत मिली है. उन्होंने लोक जनशक्ति पार्टी के उम्मीदवार संत लाल को 56,108 वोटों से हार का सामना करना पड़ा. इसके अलावा कांग्रेस के वीर सिंह को भी हार का सामना करना पड़ा. राजेंद्र पाल गौतम को 88,392 वोट मिले, जबकि संत लाल को 32,284 वोट मिले.
शाहदरा सीट से राम निवास गोयल जीत चुनाव
शाहदरा विधानसभा सीट से आम आदमी पार्टी के उम्मीदवार और दिल्ली विधानसभा के स्पीकर राम निवास गोयल ने जीत दर्ज की है. उन्होंने अपने सबसे करीबी भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवार संजय गोयल को 5,294 वोटों के अंतर से हराया. राम निवास गोयल को 62,103 वोट मिले, जबकि संजय गोयल को 56,809 वोट मिले.
इसके अलावा शाहदरा सीट से कांग्रेस पार्टी ने डॉ नरेंद्र नाथ को अपना कैंडिडेट बनाया था, जिनको सिर्फ 4,474 वोट मिले. अगर साल 2015 के नतीजों की बात करें तो आम आदमी पार्टी के टिकट से राम निवास गोयल विजेता रहे थे. उन्होंने बीजेपी को जितेंदर सिंह शंटी को शिकस्त दी थी. दोनों उम्मीदवारों के बीच वोटों का अंतर 11500 वोटों से ज्यादा का था.