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Delhi Assembly Elections 2020: कैंपेन सॉन्ग जारी करने पर मुश्किल में पड़े बग्गा, चुनाव आयोग ने भेजा नोटिस

बिना इजाजत कैंपेन सॉन्ग जारी करने पर चुनाव आयोग ने तेजिंदर पाल सिंह बग्गा से जवाब मांगा है. चुनाव आयोग ने कहा है कि 48 घंटों के भीतर बग्गा अपना जवाब दाखिल करें.

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बीजेपी प्रत्याशी तेजिंदर पाल सिंह बग्गा (फाइल फोटो-IANS)
बीजेपी प्रत्याशी तेजिंदर पाल सिंह बग्गा (फाइल फोटो-IANS)

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  • चुनाव आयोग के बग्गा ने नहीं ली थी कैंपेन सॉन्ग जारी करने की इजाजत
  • नाराज चुनाव आयोग ने भेजा नोटिस, 48 घंटों के भीतर देना होगा जवाब
दिल्ली विधानसभा चुनाव में हरिनगर सीट से भारतीय जनता पार्टी के टिकट पर चुनाव लड़ रहे बीजेपी प्रवक्ता तेजिंदर पाल सिंह बग्गा की की मुश्किलें बढ़ गई हैं. हरिनगर विधानसभा के रिटर्निंग अधिकारी ने तेजिंदर पाल सिंह बग्गा को बिना इजाजत कैंपेन सॉन्ग जारी करने पर नोटिस भेजा है. चुनाव आयोग की तरफ से रिटर्निंग ऑफीसर धर्मेंद्र कुमार ने बग्गा से 48 घंटों के भीतर जवाब मांगा है.

चुनाव आयोग ने पूछा है कि कैंपेन सॉन्ग के लिए किए जाने वाले खर्च के बारे में सूचना क्यों नहीं दी गई, साथ ही इसे चुनाव में होने वाले खर्चे के तौर पर क्यों नहीं चुनाव आयोग को दर्शाया गया है.

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दरअसल तेजिंदर पाल सिंह बग्गा कैंपेन सॉन्ग के जरिए आम आदमी पार्टी, कांग्रेस और तृणमूल कांग्रेस पर हमलावर हैं. इस रैप सॉन्ग में पश्चिम बंगाल में दुर्गा विसर्जन के मुद्दे से लेकर कमलनाथ सरकार तक का जिक्र किया गया है. 1984 के सिख विरोधी दंगों का इस कैंपेन सॉन्ग में जिक्र किया गया है. अब बग्गा चुनाव आयोग को 48 घंटों के भीतर अपना जवाब दाखिल करेंगे.

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तेजिंदर पाल सिंह बग्गा दिल्ली में बीजेपी के चर्चित चेहरों में से एक हैं. बीजेपी प्रवक्ता होने की वजह से पार्टी का पक्ष आक्रामक ढंग से रखने के लिए बग्गा जाने जाते हैं. हालांकी हाल ही में एक डिप्लोमा को लेकर तेजिंदर बग्गा को ट्रोल भी होना पड़ा. उन्होंने इस पर भी विपक्ष घेरा और ट्रोल करने वाले लोगों की साक्षरता पर सवाल खड़े कर दिए.

क्यों डिप्लोमा पर ट्रोल हुए बग्गा?

मजबूरन गुरुवार को बग्गा को बात का खंडन करना पड़ा कि उन्होंने नेशनल डेवलपमेंट कोर्स में डिप्लोमा चीन की नेशनल डिफेंस यूनिवर्सिटी (एनडीयू) से किया है और कहा कि उन्होंने एक महीने का यह कोर्स ताइवान से किया है , जिसमें 18 देशों के प्रतिनिधियों ने भाग लिया था. बग्गा ने चीन की एनडीयू से नेशनल डेवलपमेंट कोर्स में डिप्लोमा करने के लिए ट्रोल किए जाने के बाद यह स्पष्टीकरण दिया था.

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दरअसल बग्गा के चुनावी हलफनामे में 2017 में एनडीयू रिपब्लिक ऑफ चाइना, ताइवान से नेशनल डेवलपमेंट कोर्स में डिप्लोमा करने का जिक्र किया गया है. इस मामले पर उन्होंने सफाई पेश करते हुए कहा था कि मुझे नहीं पता कि मेरे डिप्लोमा पर सवाल करने वाले लोग साक्षर हैं या नहीं. वे चीन और ताइवान के बीच अंतर नहीं कर सकते हैं, जो हमेशा एक-दूसरे के खिलाफ रहते हैं.

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डिप्लोमा के बारे में स्पष्ट करते हुए बग्गा ने कहा था कि यह एक महीने का कोर्स था. मुझे ताइवान सरकार से नामांकन के लिए आमंत्रण मिला था. मैं कोर्स पूरा करने के लिए दिसंबर 2017 में एक महीने के लिए वहां रुका था. उनका कोर्स विदेशी संबंधों व दुनिया को ताइवान को समर्थन क्यों देना चाहिए, पर केंद्रित था."

स्कूल ड्रॉपआउट हैं बग्गा

बग्गा एक स्कूल ड्रॉपआउट हैं. उन्होंने अपने चुनावी हलफनामे में कहा है कि वह इग्नू से बैचलर प्रिपरेटरी प्रोग्राम कर रहे हैं. इग्नू का यह कार्यक्रम उन छात्रों के लिए है, जो स्नातक की डिग्री प्राप्त करना चाहते हैं, लेकिन जो कक्षा 12 पास नहीं होते हैं.

क्या है बग्गा का चुनावी वादा?

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तेजिंदर पाल सिंह बग्गा का दावा है कि अगर वे चुनाव जीतते हैं तो जीत के पहले 60 दिनों में हवा शुद्ध करने के लिए निर्वाचन क्षेत्र में स्मॉग टॉवर लगवाएंगे. बग्गा का मुकाबला कांग्रेस के सुरिंदर सिंह सेतिया और आम आदमी पार्टी की राजकुमारी ढिल्लों से है . दिल्ली में 70 विधानसभा सीटों के लिए 8 फरवरी को मतदान होगा, वहीं 11 फरवरी को नतीजे घोषित किए जाएंगे.

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