आम आदमी पार्टी के दिल्ली विधानसभा चुनाव प्रभारी संजय सिंह ने कहा कि उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ बोली से नहीं माने तो गोली से तो मान जाएंगे जैसे बयान दे रहे हैं. दरअसल हार की हताशा में बीजेपी दिल्ली का माहौल बिगाड़कर चुनाव टलवाना चाहती है.
आम आदमी पार्टी ने चुनाव आयोग को पत्र लिखकर योगी आदित्यनाथ के दिल्ली में चुनाव प्रचार पर तत्काल रोक के साथ ही एफआईआर दर्ज कराने की मांग की है. चुनाव आयोग से समय न मिलने पर आप के राज्यसभा सदस्य संजय सिंह व अन्य नेता चुनाव आयोग के दफ्तर के बाहर सोमवार को धरना करेंगे.
संजय सिंह ने बीजेपी पर आरोप लगाते हुए कहा कि पहले तो बीजेपी के दो बड़े केंद्रीय मंत्री दंगे कराने के लिए भड़काऊ भाषण देते हैं, उसके बाद तमंचा कल्चर के लोग निकल कर आते हैं. खुलेआम बंदूकें लहराते हैं और पुलिस के सामने दिल्ली की सड़कों पर गोलियां चलाते हैं.
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दिल्ली पुलिस मौन बनकर खड़ी रहती है. संजय सिंह ने कहा कि मैंने पहले भी कहा था और आज भी कहता हूं कि पुलिस के हाथ किसी और ने नहीं गृह मंत्री अमित शाह ने बांधे हुए हैं.
चुनाव आयोग ने आंखों पर बांधी पट्टी
चुनाव में मुद्दा न होने का आरोप लगाते हुए संजय सिंह ने कहा कि बीजेपी दिल्ली के चुनाव में शिक्षा पर, चिकित्सा पर, बिजली पानी पर, रोजगार पर बात नहीं कर सकते, इसीलिए दंगा भड़का कर चुनाव को टालने की कोशिश कर रहे हैं.
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उन्होंने कहा कि 2 दिन पहले हमने इसी साजिश की सूचना देने के लिए चुनाव आयोग से समय मांगा था, लेकिन बेहद ही दुर्भाग्य की बात है कि 2 दिन हो गए दिल्ली में दंगे कराने की साजिश रची जा रही है और चुनाव आयोग आंख पर पट्टी बांध कर बैठा है.
सीएम योगी दे रहे भड़काऊ भाषण: AAP
संजय सिंह ने कहा कि एक तो पहले ही दिल्ली में हालात बीजेपी नेता ने बद से बदतर कर दिए हैं और ऊपर से बीजेपी के उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ दिल्ली में आकर भड़काऊ भाषण दे रहे हैं, गोलियां चलाने की बात कर रहे हैं. मेरा चुनाव आयोग से अनुरोध है कि भड़काऊ भाषण देने के लिए योगी आदित्यनाथ के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई जाए और तुरंत प्रभाव से उनके चुनाव प्रचार पर प्रतिबंध लगाया जाए और इसका संज्ञान लेते हुए उनके खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाए.
शिकायत पत्र चुनाव आयोग को सौंपेंगे
चुनाव आयोग से समय न मिलने का आरोप लगाते हुए संजय सिंह ने कहा कि यदि कल 12:00 बजे तक हमें चुनाव आयोग की ओर से मिलने का समय नहीं दिया जाता, तो हम चुनाव आयोग के कार्यालय के बाहर जाकर बैठेंगे. जैसे ही हमें चुनाव आयोग से मिलने का समय मिलेगा, हम योगी आदित्यनाथ के बयान की एक सीडी सारे साक्ष्य और अपना शिकायत पत्र चुनाव आयोग को सौंपेंगे.
कांग्रेस पर भी बरसी AAP
दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस के घोषणा पत्र पर आम आदमी पार्टी ने कांग्रेस को पुराने दिन याद दिलाए हैं. कांग्रेस शासित राज्यों को बिजली के मुद्दों पर चुनौती देते हुए आम आदमी पार्टी नेताओं ने घोषणा पत्र पर कई सवाल खड़े किए हैं.
आम आदमी पार्टी के दिल्ली चुनाव प्रभारी संजय सिंह ने कहा कि कांग्रेस के लिए मुश्किल काम नहीं देना चाहता हूं, 300 यूनिट मुफ़्त बिजली बहुत दूर की बात है. वो सिर्फ 30 यूनिट बिजली 10 गुना कम दाम में पंजाब, राजस्थान, मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ में लागू करके दिखाएं. यहां बड़ी-बड़ी बातें करने से काम नहीं चलेगा. कांग्रेस बताए कि शासित राज्यों में बिजली के दाम क्या हैं?
कांग्रेस ने नहीं किया काम
संजय सिंह ने कांग्रेस से पूछा कि 'जहां शासन करने का मौका मिला वहां बिजली के दाम से लेकर स्कूल और अस्पताल का हाल क्या हैं? यहां दिल्ली में बड़बोलापन करने से कुछ नहीं होगा. एक एक आदमी कांग्रेस की असलियत जानता है. दिल्ली में 15 साल सरकार रही थी तब तो हर साल बिजली के दाम बढ़ा दिए थे. घोषणा पत्र में ऐसी बातें लिखने से कोई कांग्रेस का यकीन नहीं करेगा.'
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दिल्ली में जारी है मुफ्त बिजली की योजना
दिल्ली में अरविंद केजरीवाल सरकार पहले ही 200 यूनिट तक मुफ्त बिजली की योजना चला रही है. फिलहाल, दिल्ली चुनाव के लिए कांग्रेस ने अपने घोषणा पत्र में 300 यूनिट तक बिजली फ्री, 300-400 यूनिट तक 50 फीसदी फ्री, 400-500 यूनिट तक 30 फीसदी फ्री, 500-600 यूनिट तक 25 फीसदी छूट देने का वादा किया है. ऐसे में चुनाव से ठीक पहले 'मुफ़्त' योजनाओं की बारिश से मतदाताओं को लुभाने की कोशिश जारी है. आम आदमी पार्टी ने 2020 दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए अबतक घोषणा पत्र जारी नहीं किया है.