भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) दिल्ली विधानसभा चुनाव 2020 की महज जंग ही नहीं जीतना चाहती बल्कि दो दशक से जारी अपने सत्ता के वनवास को भी खत्म करना चाहती है. प्रदेश अध्यक्ष मनोज तिवारी के नेतृत्व में बीजेपी दिल्ली में मिशन-52 प्लस सीटें जीतने का लक्ष्य को लेकर मैदान में उतरेगी, जिसके लिए पार्टी मजबूत उम्मीदवारों को मैदान में उतारने के लिए मंथन कर रही है.
दिल्ली विधानसभा चुनाव में बीजेपी कोई कोर-कसर नहीं छोड़ना चाहती है. इसको लेकर बीजेपी ने प्रचार गीत के साथ टैगलाइन भी दिया है तो साथ ही मिशन 52 के साथ दिल्ली में उतर रही है. हालांकि 2019 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी दिल्ली की सभी सातों संसदीय सीटें जीतने में कामयाब रही थी. लोकसभा चुनाव के नतीजे को विधानसभा के लिहाज से देखें तो बीजेपी को दिल्ली की 70 में 60 सीटों पर बढ़त मिली थी. इसके बाद भी बीजेपी ने दिल्ली में 52 प्लान का लक्ष्य रखा है.
सूत्रों की मानें तो बीजेपी ने सर्वे और स्थानीय नेताओं के फीडबैक के आधार पर 52 सीटें जीतने का लक्ष्य तय किया है. इस टारगेट को पाने के लिए बीजेपी ने अपने सांसदों से लेकर पार्टी के हर छोटे-बड़े नेताओं को पार्टी को जिताने का काम सौंपा है. इसके अलावा 54 स्टार प्रचारकों की फौज भी तैयार की गई है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, अमित शाह, जेपी नड्डा, हेमंत बिस्वा शर्मा और योगी आदित्यनाथ जैसे बीजेपी के स्टार प्रचारक चुनाव में प्रचार की कमान संभालेंगे.
वहीं, पंजाबी इलाकों में बीजेपी की ओर से सन्नी देओल, हेमा मालिनी और सपना चौधरी जैसे स्टार प्रचार का जिम्मा संभालेंगे तो पूर्वांचली वोटरों के बीच रवि किशन, पवन सिंह और खेसारी लाल यादव जनसभाएं करेंगे. दिल्ली में पंजाबी और पूर्वांचली मतदाता काफी निर्णायक भूमिका में हैं. ऐसे में बीजेपी इन दोनों समुदाय को साधकर दिल्ली की सत्ता पर विराजमान होना चाहती है.