दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए मुख्य निर्वाचन आयोग ने राजनीतिक पार्टियों के लिए एडवाइजरी जारी की है. आयोग ने कहा कि मतदाताओं की जाति, सांप्रदायिक भावनाओं के आधार पर कोई अपील नहीं की जाएगी. ऐसी कोई भी गतिविधि नहीं होनी चाहिए जो मतभेदों को बढ़ाए या आपसी घृणा पैदा करे.
चुनाव आयोग के मुताबिक, प्रचार के लिए मंदिर, मस्जिद, चर्च का इस्तेमाल नहीं होना चाहिए. हाल में नेताओं की ओर से दिए गए विवादित बयानों के बीच चुनाव आयोग ने एडवाइजरी जारी की है.
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पार्टी के नेताओं को अपने भाषणों में महिला सम्मान का ख्याल रखने को भी कहा गया है. बेबुनियाद आधार पर दूसरी पार्टी या उसके नेताओं-कार्यकर्ताओं के खिलाफ बयानबाजी से बचने का निर्देश दिया गया है. बता दें, निर्वाचन आयोग ने बुधवार को दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के प्रचारकों की सूची से केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर और सांसद प्रवेश वर्मा को तत्काल हटाने का आदेश दे दिया. ईसी ने आदर्श आचार संहिता और लोक प्रतिनिधित्व अधिनियम, 1951 का उल्लंघन करने के मामले में वर्मा और ठाकुर को नोटिस भी भेजा है.
चुनाव आयोग की एडवाइजरी
दिल्ली चुनाव कार्यालय ने मंगलवार को चुनाव आयोग को बीजेपी के स्टार प्रचारकों -वर्मा और ठाकुर- की ओर से आदर्श आचार संहिता का संदिग्ध उल्लंघन किए जाने पर अपनी रिपोर्ट दाखिल की थी. रिपोर्ट में वर्मा के शाहीन बाग पर बयान देने और धर्मस्थलों से संबंधित उनके ट्वीट के साथ-साथ एक जनसभा में ठाकुर के 'गोली मारो गद्दारों को' बयान का उल्लेख किया गया था.(आईएएएनएस से इनपुट)