दिल्ली विधानसभा चुनाव (Delhi Elections 2020) में भड़काऊ बयानबाजी को लेकर चुनाव आयोग ने सभी राजनीतिक दलों के लिए एडवाइजरी जारी की है. आयोग ने मतदाताओं के सामने जनसभाओं में जाति और सामाजिक सद्भाव बिगाड़ने वाली अपील न करने को कहा है. साथ ही निजी तौर पर किसी के खिलाफ बयान न देने का आदेश जारी किया गया है.
चुनाव प्रचार ज्यों ज्यों तेज हो रहा है, बड़े नेता भाषा की मर्यादा भी भूल रहे हैं. भड़काऊ भाषण देने के मामले में चुनाव आयोग ने भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) सांसद प्रवेश वर्मा और केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर को नोटिस जारी किया था. दोनों नेताओं से मिले जवाब की समीक्षा की जा रही है. इससे पहले आयोग ने दोनों नेताओं को स्टार प्रचारकों की लिस्ट से हटाने का आदेश जारी किया था.
दिल्ली विधानसभा चुनाव में विवादित और भड़काऊ बयानबाजी की बाढ़ आ जाने के बाद चुनाव आयोग ने सभी राजनीतिक दलों के लिए एडवाइजरी जारी की है.
आयोग की ओर से जारी एडवाइजरी में कहा गया है कि मतदाताओं के सामने जनसभाओं में जाति और सांप्रदायिक सद्भाव बिगाड़ने वाली किसी तरह की अपील नहीं की जाए.
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साथ ही आयोग ने यह भी निर्देश दिया है कि निजी तौर पर किसी के खिलाफ बयान नहीं दिया जाए.
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आयोग की ओर से यह भी कहा गया कि किसी भी दल की ओर कोई ऐसा राजनीतिक क्रियाकलाप न किया जाए जिससे सामाजिक सद्भाव बिगड़े. सभी दलों के नेताओं से सिर्फ चुनावी और पार्टी के राजनीतिक मुद्दों तक ही अपनी बयानबाजी सीमित रखने की अपील की गई है.