पूरे दशक को दिशा देने वाला बजट
पीएम मोदी ने कहा कि शनिवार को जो बजट आया है, वो इस साल के लिए ही नहीं बल्कि इस पूरे दशक के विकास को दिशा देने वाला है. पीएम ने कहा कि इस बजट का लाभ दिल्ली के नौजवानों, व्यापारियों, मध्यम वर्ग, निम्न मध्यम वर्ग, गरीबों और यहां की महिलाओं, सभी को होगा. नॉन गैजेटेड स्तर से नीचे की नौकरियों में चयन प्रक्रिया में आई तब्दीली को लेकर पीएम ने कहा कि बजट में युवाओं के रोजगार से जुड़े एक बड़े रिफॉर्म का ऐलान किया गया है. उन्होंने कहा कि नॉन गैजेटेड सरकारी नौकरियों में अलग-अलग परीक्षाओं की परेशानी से युवाओं को मुक्ति मिल गई है. केंद्र सरकार की भर्तियों में इंटरव्यू खत्म करने से भ्रष्टाचार पर चोट हुई.
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व्यापारियों की दिक्कतें कम हुई है
पीएम ने कहा कि बीजेपी की कोशिश रही है कि व्यापारियों की दिक्कतें कम हों, उनकी परेशानी कम हो और वे खुलकर अपना काम कर पाएं. उन्होंने कहा कि अभी तक 1 करोड़ रुपये तक के टर्नओवर वाले लघु उद्योगों और व्यापारियों को ऑडिट कराना पड़ता था, लेकिन अब इस सीमा को 5 करोड़ रुपये तक बढ़ा दिया गया है.
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प्रधानमंत्री ने बजट को समझाते हुए कहा कि दिल्ली-एनसीआर देश में इलेक्ट्रॉनिक्स और दूसरी आधुनिक तकनीक से जुड़े सामानों की मैन्युफैक्चरिंग का भी हब है. भारत इस सेक्टर में दुनिया में तेज़ी से आगे बढ़ रहा है. इसको विस्तार देते हुए बजट में अनेक प्रावधान किए गए हैं.
मोदी ने कहा कि इस बजट में, ये भी ध्यान रखा गया है कि मध्यम वर्ग के टैक्सपेयर के हाथ में ज्यादा पैसे बचें. इसके लिए सरकार ने अब टैक्स की एक नई स्लैब का विकल्प दिया है. उन्होंने कहा, "ये सरल भी है और इसमें टैक्स बचाने के लिए कुछ खास योजनाओं में ही निवेश करने का दबाव भी नहीं है." पीएम ने कहा कि हमारे प्रयास हमारे युवाओं को भविष्य के रोजगार के लिए तैयार करेंगे और भारत को दुनिया का टॉप स्टार्टअप नेशन बनाएंगे.