दिल्ली विधानसभा चुनाव में मतदान की तारीख और करीब आ चुकी है. चुनावी दंगल में तीनों प्रमुख पार्टियां के उम्मीदवारों की धड़कने बढ़ रही हैं. सियासी लड़ाई ज़ोरों पर है तो तैयारियों में भी कोई कमी नहीं है. सभी पार्टियों ने अपने स्टार प्रचारकों को चुनावी मैदान में झोंक दिया है. उम्मीदवार के साथ-साथ परिवार भी कंधे से कंधा मिलाकर चुनाव प्रचार में जुटे हैं.
देखें: 'केजरीवाल फैमिली' प्रचार में उतरी, पिता के नक्शेकदम पर बेटी
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, राजधानी के सभी इलाकों में अपनी पार्टी के लिए प्रचार कर रहे हैं, लेकिन उनकी विधानसभा सीट पर चुनाव प्रचार का मोर्चा संभाल रही हैं पत्नी सुनीता केजरीवाल. मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की पत्नी और पूर्व आईआरएस अधिकारी सुनीता केजरीवाल पहली बार चुनाव प्रचार में उतरी हैं.
गली, नुक्कड़ में महिलाओं से करती हैं संवाद
गली, नुक्कड़ और कॉलोनी से लेकर महिलाओं के जमावड़े तक, सुनीता केजरीवाल अपने पति और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के लिए वोट मांग रही हैं. आजतक की टीम ने उनके चुनाव प्रचार को देखा. सुनीता केजरीवाल ने सुबह की शुरुआत महिलाओं की मोहल्ला मीटिंग से की. जहां वो नई दिल्ली विधानसभा की आधी आबादी को समझा रही हैं कि आम आदमी पार्टी का गारंटी कार्ड क्या है और अरविंद केजरीवाल को क्यों वोट देना चाहिए?
पहली बार चुनाव प्रचार के लिए उतरीं
सुनीता केजरीवाल ने आजतक से बात करते हुए कहा, 'यह पहला मौका है जब वह चुनाव प्रचार के लिए बाहर निकली हैं. घर की जिम्मेदारी इतनी बड़ी थी कि नौकरी से इस्तीफा दे दिया.'
केजरीवाल से ऐसे हुई मुलाकात
बातचीत के दौरान सुनीता केजरीवाल ने पति के साथ रिश्तों की शुरुआत की वो बातें भी सार्वजनिक कीं जो आज तक कभी भी बाहर नहीं आई. उन्होंने बताया कि दोनों की मुलाकात आईआईटी के दिनों में हुई थी. इस दौरान दोनों के बीच कई बार मिलना-जुलना हुआ और फिर एक दिन अरविंद केजरीवाल ने उन्हें प्रपोज किया.
सक्रिय राजनीति में नहीं उतरेंगी
वहीं चुनाव लड़ने के सवाल पर सुनीता केजरीवाल ने कहा कि वो कभी भी सक्रिय राजनीति में नहीं आएंगी और न ही चुनाव लड़ेंगी. हालांकि, बच्चों के राजनीति में आने को लेकर कहा कि यह उन पर निर्भर करता है. अगर वो आना चाहते हैं तो आ सकते हैं अन्यथा अपने मनमुताबिक करियर चुन सकते हैं.
चुनाव के दौरान पति केजरीवाल पर कई बार शारीरिक हमले भी हुए. इसपर सुनीता कहती हैं कि ऐसे हालात में तनाव की स्थिति रहती है लेकिन वो हर हाल में अपने पति के साथ रहती हैं.
और पढ़ें- Delhi Assembly Elections 2020: अमित शाह ने शाहीन बाग के बहाने किया AAP पर वार, बताया 'निर्लज्ज'
अरविंद केजरीवाल दोपहर के वक्त खाना खाते हैं. इसी दौरान कार्यकर्ताओं के साथ बैठक भी होती है. जहां पर वो पार्टी की रणनीति तय करते हैं. खाना और बैठक के बाद एक बार फिर से चुनाव प्रचार की शुरुआत होती है.