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Delhi elections 2020: 40 फीसदी झुग्गी वोटर तय करेंगे कालकाजी के नतीजे

कालकाजी विधानसभा क्षेत्र में 1,64,239 वोटर्स हैं जिसमें 92,022 पुरुष और 72,206 महिला वोटर्स शामिल हैं, जबकि 11 मतदाता थर्ड जेंडर के. अगर जातीय समीकरण की बात की जाए तो यहां पर 8 पर्सेंट सिख की आबादी, 25 पर्सेंट पंजाबी, 22 प्रसेंट ओबीसी, 10 पर्सेंट ब्राह्मण, 9 प्रसेंट वैश्य, 4 प्रसेंट गुर्जर, एससी 15 पर्सेंट, मुसलिम 6 पर्सेंट और दो प्रतिशत अन्य हैं.

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कालका विधानसभा सीट
कालका विधानसभा सीट

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  • साल 2008 में कांग्रेस नेता सुभाष चोपड़ा जीते थे
  • 2013 के चुनाव में बीजेपी ने जीत दर्ज की थी

दिल्ली के कालकाजी विधानसभा क्षेत्र में पंजाबी और सिख समुदाय के लोगों का प्रभाव है. यहां की 33 प्रतिशत आबादी इसी दोनों समुदाय से आते हैं. इस क्षेत्र में जातीय समीकरण के अलावा झुग्गी वोटरों का रुझान भी काफी महत्वपूर्ण है. आंकड़ों के मुताबिक यहां के 40 पर्सेंट वोटर झुग्गी के हैं. आमतौर पर इस सीट पर टक्कर कांग्रेस और बीजेपी की होती थी, लेकिन 2015 के दिल्ली चुनाव में आम आदमी पार्टी के विधायक अवतार सिंह कालका ने जीत दर्ज की थी. कालका ने बीजेपी उम्मीदवार हरमीत सिंह को 2015 में 19,769 वोटों से हराया था. उन्हें कुल 55104 वोट मिले थे.

कालकाजी विधानसभा क्षेत्र में 1,64,239 वोटर्स हैं जिसमें 92,022 पुरुष और 72,206 महिला वोटर्स शामिल हैं, जबकि 11 मतदाता थर्ड जेंडर के. अगर जातीय समीकरण की बात की जाए तो यहां पर 8 पर्सेंट सिख की आबादी, 25 पर्सेंट पंजाबी, 22 प्रसेंट ओबीसी, 10 पर्सेंट ब्राह्मण, 9 प्रसेंट वैश्य, 4 प्रसेंट गुर्जर, एससी 15 पर्सेंट, मुसलिम 6 पर्सेंट और दो प्रतिशत अन्य हैं.

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कालकाजी क्षेत्र, दिल्ली में काली मंदिर की वजह से भी प्रसिद्ध है. यहां बड़े पैमाने पर हिंदू भक्‍त दर्शन के लिए पहुंचते हैं. इसके अलावा यह क्षेत्र नेहरू प्‍लेस से सटे होने की वजह से भी काफी प्रसिद्ध है. क्योंकि यहां पर मोबाइल, लैपटॉप समेत गैजेट्स का बाजार हैं. इस इलाके में पर्यटकों के आकर्षण का केंद्र लोटस टैंपल भी है.

कौन हैं अवतार सिंह कालका

अवतार सिंह कालका, 2015 में पहली बार कालकाजी विधानसभा क्षेत्र से आम आदमी पार्टी के टिकट पर चुनाव लड़े और विधायक बने. अवतार सिंह से पहले उनके परिवार के किसी सदस्य ने कोई राजनीतिक चुनाव नहीं लड़ा था.

अवतार सिंह कालका को 2015 विधानसभा चुनाव में कुल 55,104 वोट मिले थे, वहीं हरमीत सिंह को 35,335 वोट.

11 फरवरी को मतगणना

दिल्ली की पहली विधानसभा का गठन नवंबर 1993 में हुआ था. इससे पहले दिल्ली में मंत्रिपरिषद हुआ करती थी. इस बार 70 सदस्यीय दिल्ली विधानसभा के लिए 8 फरवरी को वोट डाले जाएंगे जबकि 11 फरवरी को मतगणना होगी. मौजूदा दिल्ली विधानसभा का कार्यकाल 22 फरवरी 2020 को समाप्त हो रहा है.

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