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Goa Election: चुनाव से पहले टीएमसी को झटका! लुईजिन्हो फलेरियो ने अपना नाम वापस लिया

फलेरियो पहले कांग्रेस में थे. सितंबर 2021 में वे तृणमूल कांग्रेस में शामिल हुए थे. फलेरिया गोवा के मुख्यमंत्री रह चुके हैं. वे नावेलिम विधानसभा सीट से 1980 से 2007 तक कांग्रेस के विधायक रहे थे. 2007 में वे गोवा के पूर्व सीएम चर्चिल एलेमो से हार गए थे. इसके बाद फलेरियो ने 2017 में भी नावेलिम सीट से चुनाव जीता था.

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लुइजिन्हो फलेरियो. -फाइल फोटो
लुइजिन्हो फलेरियो. -फाइल फोटो
स्टोरी हाइलाइट्स
  • लुइजिन्हो फलेरियो गोवा के मुख्यमंत्री रह चुके हैं
  • लुइजिन्हो फलेरियो ने सितंबर में कांग्रेस छोड़ टीएमसी ज्वाइन किया था

गोवा विधानसभा चुनाव के लिए वोटिंग से कुछ दिनों पहले तृणमूल कांग्रेस को झटका लगा है. टीएमसी के राज्यसभा सांसद लुइजिन्हो फलेरियो ने फतोर्दा विधानसभा सीट से अपना नाम वापस ले लिया. फतोर्डा विधानसभा क्षेत्र से पूर्व सीएम लुइजिन्हो फलेरियो के स्थान पर एडवोकेट सियोला वास को उम्मीदवार बनाया गया है.

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फलेरियो ने यह घोषणा टीएमसी गोवा प्रभारी महुआ मोइत्रा और बेनौलिम से टीएमसी उम्मीदवार चर्चिल अलेमाओ की उपस्थिति में की. अपने फैसले की घोषणा करते हुए फलेरियो ने कहा कि मैं एक युवा महिला एडवोकेट सियोला वास को फतोर्डा के लिए बैटन सौंपता हूं. मुझे गोवा के लोगों की सेवा करने का अवसर देने के लिए मैं राष्ट्रीय अध्यक्ष ममता बनर्जी का आभारी हूं. हालांकि, मेरे अनुभव को देखते हुए राज्य स्तर पर काम करना, सभी उम्मीदवारों की सफलता के लिए पूरे गोवा में प्रचार करना मेरा कर्तव्य है. मैं खुद को एक सीट तक सीमित नहीं रखना चाहता था इसलिए मैंने पार्टी से एक युवती को चुनाव लड़ने के लिए टिकट देने का अनुरोध किया था. 

सियोला वास का मुकाबला फतोर्डा के मौजूदा विधायक विजय सरदेसाई से होगा. गोवा फॉरवर्ड पार्टी के विधायक सरदेसाई गोवा के डिप्टी सीएम भी थे. सरदेसाई को निशाने पर लेते हुए वास ने कहा कि मैं विजय सरदेसाई का मुकाबला करने के लिए तैयार हूं. उन्होंने कहा कि सरदेसाई फतोर्दा और गोवा में राजनीतिक अस्थिरता का कारण हैं.

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40 सीटों वाले गोवा की विधानसभा का कार्यकाल 15 मार्च को समाप्त हो रहा है. राज्य में पिछला विधानसभा चुनाव फरवरी 2017 में हुआ था. कांग्रेस 15 सीटें जीतकर सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी थी, लेकिन वो सरकार नहीं बना सकी. बीजेपी ने 13 सीटें जीतीं और वो एमजीपी, जीएफपी व दो निर्दलीय विधायकों के सहारे सरकार बनाने में सफल रही. मनोहर पर्रिकर गोवा के मुख्यमंत्री बने, लेकिन 17 मार्च 2019 को मनोहर पर्रिकर के निधन के बाद डॉ. प्रमोद सावंत को राज्य का मुख्यमंत्री बनाया गया.

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