India Today Goa Roundtable: गोवा में आज गुरुवार को इंडिया टुडे की राउंडटेबल कॉन्फ्रेंस हो रही है. इसके 'गोवा में खेल जातलो' सेशन में टीएमसी नेता और गोवा में पार्टी की प्रभारी सुष्मिता देव शामिल हुईं. उन्होंने कहा कि जब हमने एक पार्टी के तौर पर गोवा में एंट्री की और सर्वे किया तो पाया कि लोग बीजेपी से नाराज हैं. 2017 में जो हुआ उससे भी लोगों में निराशा थी. इसलिए यहां के लोग एक विकल्प तलाश रहे हैं. उन्होंने कहा कि आप हमें पसंद कर सकते हैं, हमसे नफरत कर सकते हैं लेकिन आप हमें नजरअंदाज नहीं कर सकते.
सुष्मिता देव ने कहा कि हम यहां किसी को बंगाल से लाकर चुनाव नहीं लड़वा रहे हैं. हमने यहीं के लोगों को टिकट दिया है. उन्होंने कहा कि अगर कोई भी पार्टी किसी दूसरे राज्य में जाती है तो उसे बाहरी कहना असंवैधानिक है. उन्होंने कहा कि हम पंजाब नहीं गए, हम उत्तराखंड नहीं गए, हमने गोवा चुना क्योंकि यहां के लोग विकल्प तलाश रहे हैं. उन्होंने कहा कि हमारा सर्वे बताता है कि पिछले 5 साल में आम आदमी पार्टी ने यहां कुछ हासिल नहीं किया है.
उन्होंने कहा कि कांग्रेस हर मुद्दों पर बात कर रही है, लेकिन वो इस बारे में नहीं बता पा रही कि 2017 में बहुमत होने के बावजूद सरकार क्यों नहीं बना सकी थी? इस सवाल का सामना कांग्रेस 14 फरवरी को भी करेगी.
उन्होंने कहा कि जब 4 महीने पहले हम यहां आए तो देखा कि टीएमसी इकलौती पार्टी थी जो जमीन पर काम कर रही थी. कांग्रेस के साथ गठबंधन पर उन्होंने कहा कि अगर हम कांग्रेस के साथ जाते तो बीजेपी को कड़ी टक्कर दे सकते थे, लेकिन कांग्रेस हमारे ही खिलाफ माहौल बना रही थी. कांग्रेस कह रही थी कि टीएमसी वोट काटेगी. आम आदमी पार्टी वोट काटेगी.
उनसे पूछा गया कि कांग्रेस आरोप लगा रही है कि आम आदमी पार्टी और टीएमसी कुछ नहीं करेंगी, बल्कि खेल ही बिगाड़ेंगी? इस पर उन्होंने कहा कि क्या सिर्फ दो राष्ट्रीय पार्टियां ही देश में कहीं भी चुनाव नहीं लड़ सकती हैं. तीसरी पार्टी नहीं जा सकती. क्या हम इसका इंतजार करेंगे कि कांग्रेस बीजेपी को हराए. इसलिए हम यहां और बीजेपी से लड़ रहे हैं. उन्होंने कहा कि अगर आप मान रहे हैं कि हम खेल बिगाड़ेंगे, तो इसका मतलब है कि हम यहां एक बड़ा फैक्टर हैं. उन्होंने कहा कि हां हम यहां वोट लेने आए हैं. आप राष्ट्रीय पार्टी हैं. आप बड़ी पार्टी हैं तो आप लड़िए न. डर क्यों रहे हैं.
उन्होंने कहा कि कांग्रेस खत्म हो चुकी है. वो अपने उम्मीदवारों को शपथ दिलवा रही है कि जीत के बाद कहीं नहीं जाएंगे. लेकिन कांग्रेस तब क्या करेगी जब दो-तिहाई विधायक चले जाएंगे. क्या कांग्रेस की शपथ संविधान से बड़ी है. कांग्रेस को अपने उम्मीदवारों पर भरोसा नहीं है.
गोवा में टीएमसी ने महाराष्ट्र गोमांतक पार्टी (एमजीपी) से गठबंधन किया है. उनसे पूछा गया कि टीएमसी राष्ट्रीय स्तर पर बीजेपी और दक्षिणपंथी विचारधारा का विरोध करती है, लेकिन एमजीपी की भी यही विचारधारा है. इस सवाल पर सुष्मिता देव ने कहा कि कांग्रेस भी तो शिवसेना के साथ गई. वहां भी दो अलग विचारधाराओं का गठबंधन है. हम एमजीपी के साथ इसलिए गए क्योंकि वो बीजेपी का विरोध कर रही है. उन्होंने ये भी कहा कि हम इस बात को लेकर पूरी तरह आश्वस्त हैं कि चुनाव बाद एमजीपी बीजेपी के साथ नहीं जाएगी.
जब उनसे पूछा गया कि गोवा मैं कैंपेन प्रशांत किशोर कर रहे हैं या टीएमसी कर रही है? तो उन्होंने कहा कि उनकी टीम ने सर्वे किया है. हम उनसे सलाह लेते हैं लेकिन कोई भी ये नहीं कह सकता कि यहां गारंटी है, जाओ लड़ो. आज ममता बनर्जी ब्रांडनेम हैं. इसलिए हमने यहां आने का फैसला लिया.
उन्होंने कहा कि ममता बनर्जी आखिरी बार विधानसभा चुनाव के बाद सोनिया गांधी से मिलीं. विपक्षी एकता पर बात हुई. उस समय उन्होंने साफ कहा था कि जो बीजेपी के खिलाफ लड़ सकता है, वो आए. ममता बनर्जी ने सिर्फ लेफ्ट और आरजेडी को ही साथ लाने की बात नहीं कही थी, बल्कि ये भी कहा था कि उन्हें (सोनिया गांधी) नीतीश कुमार, टीआरएस और जगन मोहन रेड्डी से भी बात करनी चाहिए. उस समय साफ कहा था कि अगर बीजेपी से लड़ना है तो हम एनडीए की पार्टियों को भी साथ लाने पर काम करना चाहिए.
सुष्मिता देव ने कहा कि यूपीए एक पोस्ट पोल अलायंस था. अब स्थिति बदल गई है. उस समय कांग्रेस के पास कितनी सीट थी और आज कितनी रह गई है. इसलिए बीजेपी को हराने के लिए अब एक नए सिरे से गठबंधन बनाने की जरूरत है.
क्या नेशनल लेवल पर टीएमसी कांग्रेस को फॉलो करेगी? इस पर उन्होंने कहा कि बीजेपी को रोकने के लिए जो करने की जरूरत होगी, टीएमसी वो करेगी. लेकिन आज कांग्रेस ये कह रही है कि टीएमसी को यहां नहीं आना चाहिए था, वहां नहीं जाना चाहिए था. पश्चिम बंगाल में कांग्रेस ने लेफ्ट के साथ गठबंधन किया और सभी सीटों पर लड़ी. एक भी सीट नहीं जीत सकी. उन्होंने कहा कि क्या सोनिया गांधी 2024 में बंगाल में एक भी लोकसभा सीट पर उम्मीदवार नहीं उतारेंगी.