यूपी के साथ साथ अब गोवा में भी चुनावी सरगर्मियां तेज हो गई हैं. गोवा में मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत के लिए बीजेपी विधायकों का इस्तीफा ही मुसीबत नहीं है, एक नई समस्या पैदा हो गई है. दरअसल, पूर्व रक्षा मंत्री और गोवा के पूर्व मुख्यमंत्री दिवंगत मनोहर पर्रिकर के बेटे ने बगावती तेवर दिखाना शुरू कर दिया है.
मनोहर पर्रिकर के बेटे उत्पल ने विधानसभा चुनाव में गोवा की राजधानी पणजी (Panjim) विधानसभा सीट से चुनाव लड़ने का मन बना लिया है. इतना ही नहीं उनके करीबी सूत्रों ने बताया कि अगर बीजेपी उत्पल को टिकट नहीं देती, तो वे निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर भी चुनाव मैदान में उतर सकते हैं.
उत्पल ने अपने पिता मनोहर पर्रिकर की सीट रहे पणजी में घर घर जाकर प्रचार करना भी शुरू कर दिया है. 2019 में मनोहर पर्रिकर के निधन के बाद बीजेपी ने इस सीट से सिद्धार्थ श्रीपाद कुंकलिएन्कर को टिकट दिया था. हालांकि, इस चुनाव में कांग्रेस के बाबुश मोनसेरेट ने जीत हासिल की और बीजेपी से सीट छीन ली.
हालांकि, 2019 में बाबुश समेत कांग्रेस के 10 विधायक बीजेपी में शामिल हो गए. इतना ही नहीं बाबुश की पत्नी जेनिफर को सरकार में अहम राजस्व विभाग दिया गया था. बताया जा रहा है कि बाबुश इस सीट को छोड़ने के मूड में नहीं है, वहीं उत्पल यहीं से चुनाव लड़ना चाहते हैं.
लेकिन बीजेपी को डर है कि कहीं बाबुश से यह सीट उत्पल को दी गई, तो पार्टी के लिए मुसीबत बन सकती है. दरअसल, बाबुश पणजी से विधायक हैं. उनकी पत्नी तालेगांव से विधायक हैं. उनके बेटे पणजी के मेयर हैं. इतना ही नहीं बाबुश का असर आसपास की 5-6 विधानसभा सीटों पर हैं.
उत्पल जहां इस बार चुनाव लड़ने का मन बना चुके हैं. वहीं बीजेपी गोवा प्रभारी देवेंद्र फडणवीस ने भी उत्पल की संभावित उम्मीदवारी पर कहा है कि, "पार्टी किसी को सिर्फ इसलिए टिकट नहीं दे सकती, क्योंकि वह एक नेता का बेटा है." अब इस सीट से उम्मीदवारों की घोषणा दिलचस्प हो गई है.