गुजरात में पहले चरण का प्रचार थमने से पहले पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने मोदी सरकार पर जमकर हमला बोला है. राजकोट में मनमोहन सिंह ने कहा कि नोटबंदी का जो बेसिक लक्ष्य था, वही फेल हुआ है. भ्रष्टाचार अभी भी हो रहा है. मनमोहन सिंह ने मांग की, कि नोटबंदी से जुड़े सभी दस्तावेज संसद और जनता के सामने लाने चाहिए.
पूर्व पीएम ने सीधा पीएम मोदी पर वार करते हुए कहा कि नोटबंदी के बाद जीएसटी से व्यापारियों को नुकसान हुआ है. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री गुजरात से हैं, मोदी जी ने गुजरात के व्यापारियों और लोगों को धोखा दिया है. उन्होंने कहा कि आज सरकार की जो सरकार की विदेश नीति है उससे देश की सुरक्षा खतरे में है. मोदी सरकार के कुछ फैसले ऐसे हैं जो देश के हित में नहीं है.
मनमोहन सिंह ने कहा कि हमारे कार्यकाल में जब भ्रष्टाचार पर कोई शिकायत आई, तो हमने उसपर तुरंत एक्शन लिया. लेकिन जब एनडीए के दौरान ऐसा हुआ तो कोई एक्शन नहीं लिया गया. उन्होंने कहा कि बीजेपी अध्यक्ष के बेटे के मामले में भी कोई एक्शन नहीं लिया गया. उन्होंने कहा कि पीएम मोदी ने नर्मदा के मुद्दे पर कभी भी मुझसे मुलाकात नहीं की थी.
अर्थव्यवस्था के मुद्दे पर मनमोहन सिंह ने कहा कि अगर मोदी सरकार को यूपीए के 10 साल के कार्यकाल में औसत आर्थिक ग्रोथ की बराबरी करनी है तो अपने कार्यकाल के पांचवें साल में उसे कम से कम 10.6 फीसदी की ग्रोथ रेट चाहिए. मुझे खुश होगी अगर ऐसा होता है, लेकिन मुझे ऐसा होते हुए नहीं दिख रहा है.
गौरतलब है कि गुजरात में पहले चरण का प्रचार आज शाम को थम जाएगा. इससे पहले दोनों तरफ से एक दूसरे के खिलाफ तीखे हमले किए जा रहे हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी राहुल गांधी के मंदिर-मंदिर माथा टेकने पर तंज कसा है. नई दिल्ली में एक कार्यक्रम के दौरान गुरुवार को पीएम मोदी ने कहा कि 'बाबा साहेब का नाम लेकर वोट मांगते हैं, खैर उन्हें आजकल बाबा साहेब नहीं बाबा भोले ज्यादा याद आ रहे हैं चलिए इतना ही सही''.